रानीताल से यातायात चौराहा मार्ग पर पुराने टेलीफोन एक्चेंज के सामने गाला डेव्हलपर ने चार मंजिला इमारत तान दी है। इस इमारत के ग्राउंड फ्लोर के नीचे अंडरग्राउंड पार्र्किंग के लिए बेसमेंट भी बनाया गया है। बेसमेंट में जाने के लिए करीब ४५ डिग्री का ढाल दिया गया है। ग्राउंड फ्लोर के बाजू में करीब दस फीट की जगह में भवन के उपर जाने के लिए रास्ता बनाया गया है। भवन का निर्माण सडक़ से करीब 15 फीट की उंचाई पर किया गया है।
– तकनीकी जानकारों का कहना है बेसमेंट की खुदाई होते समय बाजू के मकानों की नींव को ध्यान रखा जाता है, जिसे निर्माण होते समय अनदेखा किया गया। मामले की शिकायत आसपास रहने वाले लोगों ने निरंतर की है।
– हाईराइज बिल्डिंग में शहर के बीच सडक़ की चौड़ाई को देखते हुए इमारत का निर्माण तय किया जाता है, जिसमें भवन में आने जाने वाले वाहनों की सुविधा प्रमुख रहती है। व्यवसायिक स्थल पर पार्र्किंग की सुनिश्चित व्यवस्था का ध्यान रखा जाता है। भवन के निर्माण को देखते हुए आने जाने वाले वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका हो सकती है।
– आकस्मिक दुर्घटना को देखते हुए भवन में फायर सिस्टम नहीं लगाया गया है, जिससे आपातकालीन स्थिति में तुरंत मदद मिल सके। भवन में स्टेयर केस की हालत यह है कि आकस्मिक दुर्घटना के समय बचाव दल का पहुंचना मुश्किल होगा।
– भवन के आजू-बाजू उचित जगह नहीं छोड़ी गई है। इससे आसपास की बिल्डिंग को आकस्मिक दुर्घटना के समय उतना ही खतरा रहेगा, जितना कि इस भवन में होगा। मामले की शिकायत अमित जैन, आलोक जैन, विपिन जैन, रजनीश जैन, अर्पित जैन और सुरेश चंद्र जैन ने पहले ही निगम को की है।
– नक्शे के मुताबिक भवन का निर्माण किया जाता है। यदि भवन निर्माण में अनियमिताएं की गई हैं तो उसकी जांच की जाएगी। आरके गुप्ता, प्रभारी, भवन शाखा, नगर निगम