Child marriage : बाल विवाह, नाबालिग आत्महत्या केस में माता और पिता भी नामजद
प्रदेश का संभवत: पहला मामला है जब किसी नाबालिग के मां बनने और आत्महत्या करने के मामले में कथित ससुराल पक्ष के साथ ही मायके पक्ष पर भी एफआइआर दर्ज की गई है। मृतका के कथित पति सहित ससुराल के अन्य सदस्य अगस्त से ही जेल में हैं। अब उसके माता-पिता की मुश्किलें भी बढ़ गईं हैं। जिनपर पॉक्सो एक्ट लगाया गया है।Child marriage : अपहरण और बलात्कार का अपराध छिपाने का आरोप
23 जुलाई को महिला ने आत्महत्या कर ली थी। कटंगी पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो बाल विवाह की कहानी सामने आई। महिला के मायके वालों ने बयान में कथित दामाद पर आरोप लगाया था कि जब वह नाबालिग थी तो बहला-फुसलाकर ले गया और कथित तौर पर शादी कर अपने घर पर रख लिया। जब वह मां बनी तो 17 साल उम्र थी। इसके बाद दहेज लाने के लिए प्रताड़ित करने लगा, जिससे परेशान होकर उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली। जांच में सामने आया कि महिला के माता-पिता ने भी पूरी घटना को छिपाए रखा था। बहरहाल अगस्त 2024 में कथित पति, सास-ससुर सहित अन्य पर मामला दर्ज किया गया था। अब लडक़ी के माता-पिता भी आरोपी बने हैं। Child marriage : नाबालिग के अपहरण, उसके दुराचार और फिर उसके गर्भवती होने और बच्चे को जन्म देने की बात माता-पिता ने पुलिस से छिपाई थी। इसलिए उनके खिलाफ एक अलग से एफआईआर दर्ज की गई और उन्हें आरोपी बनाया गया।