Cheating : शहर से छल- प्रदेश का सर्वाधिक 8 लाख लीटर का दूध उत्पादन जिले में
Cheating : कांग्रेस सरकार ने की थी घोषणा
जबलपुर में डेयरी साइंस एवं फूड टैक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना कांग्रेस सरकार ने की थी। इसके लिए पहली बजट बैठक में 132 करोड़ रुपए भी मंजूर किए गए थे। लेकिन सरकार बदलते ही मामला ठंडे बस्ते में चला गया। कॉलेज की स्थापना के लिए वेटरनरी विश्वविद्यालय प्रशासन ने इमलिया में 14 हेक्टेयर जमीन देने का निर्णय किया था।Cheating : इसलिए जबलपुर सर्वाधिक उपयुक्त
जानकारों के अनुसार डेयरी साइंस कॉलेज खोलने के लिए प्रदेश में जबलपुर सर्वाधिक उपयुक्त है। यहां परियट में बडा डेयरी उद्योग स्थापित है। सांची दुग्ध संघ भी यहीं है। जबलपुर से रोजाना आठ लाख लीटर दूध का उत्पादन होता है। शहर में कृषि विश्वविद्यालय, वेटरनरी विश्वविद्यालय होने का लाभ किसानों, पशुपालकों और छात्रों को होगा। जबलपुर का व्यापक कृषि और पशुपालन क्षेत्र इस कॉलेज की स्थापना के लिए सबसे आदर्श माना गया है।Cheating : 80 करोड़ रुपए का प्रस्ताव
जानकारों के अनुसार डेयरी साइंस एवं फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज को उज्जैन ले जाने के लिए शासन की ओर से गुपचुप प्रस्ताव तैयार कराया गया। कॉलेज की स्थापन के लिए करीब 80 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। अभी इस पर निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन प्रयास किया जा रहा है कि इसे उज्जैन में स्थानांतरित कर दिया जाए। यदि शहर के जनप्रतिनिधि और संगठन मिलकर प्रयास करें तो जबलपुर को डेयरी साइंस एवं फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज की सौगात मिल सकती है।Cheating : वीयू ने दी थी 14 हेक्टेयर जमीन
इमलिया प्रक्षेत्र में डेयरी साइंस एवं फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज के लिए शासन को अलग से भूमि तलाशने की आवश्यकता नहीं थी। वेटरनरी विश्वविद्यालय प्रशासन ने 14 हेक्टयेर जमीन कॉलेज की स्थापना के लिए देने का निर्णय किया था। इमिलया में ही सांची दुग्ध संघ की मेगा यूनिट स्थापित है। कॉलेज के छात्रों को यहां प्रैक्टिकल की सुविधा उपलब्ध थी। इस पर दोनों संस्थानों ने सहमति भी दे दी थी। 65 करोड की डीपीआर शासन को भेजी गई। लेकिन शहर के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते कॉलेज खोलने की अनुमति नहीं मिली। Cheating : जबलपुर में डेयरी साइंस एवं फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज खोलने का प्रस्ताव पूर्व सरकार के समय शासन को भेजा गया था। अब तक उस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है न ही अनुमति मिली है। कॉलेज कहां खोला जाएगा, इसका भी निर्णय नहीं हुआ है।
- डॉ. मनदीप शर्मा, कुलपति, वेटरनरी विश्वविद्यालय