जबलपुर। यदि आप सब्जियां खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि सब्जियों में इतने खतरनाक कीटनाशकों का उपयोग किया जा रहा है तो जानलेवा साबित हो सकते हैं। एक सप्ताह पहले बेलखेड़ा में हुई मवेशियों की मौत के मामले में यह पुष्टि हुई है कि गोभी में कीटनाशक मिला था। जिसे खाने से 10 मवेशियों की मौत हो गई थी। सब्जियों के कीटों से संरक्षित करने के लिए उपयोग में लाए जा रहे कीटनाशक मानवीय स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल सकते हैं। बेलखेड़ा में साप्ताहिक बाजार के दिन हुई मवेशियों की मौत से पर्दा उठ गया है। पुलिस ने छानबीन में पाया है कि मवेशियों की मौत गोभी और उसके पत्ते खाने से हुई है। यह बात भी सामने आई है कि गोभी में खतरनाक कीटनाशक डाला गया था, जिसे खाने के कुछ घंटे बाद ही मवेशियों की मौत हो गई। यह आशंका जाहिर की जा रही थी कि किसी ने साप्ताहिक बाजार के कचरे में जहर फेका होगा, जिसे खाने से मवेशियों की मौत हुई है। ये था मामला बेलखेड़ा के साप्ताहिक बाजार के दिन शाम को ही मवेशी मरने लगे। सुबह पता चला कि गांव में 10 मवेशियों की मौत हो गई। घटना की सूचना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस ने जांच की तो पता चला कि मरने वाले सभी मवेशियों ने शाम को बाजार के सब्जियों के कचरे को खाया था। मौके के निरीक्षण में यह बात पुख्ता हुई कि गोभी के फूलों और पत्तों में जहर था। इसके बाद तत्काल आस-पास के गांवों में मुनादी करके गोभी नहीं खाने की मुनादी करवाई गई। खतरनाक था जहर गोभी में मिला जहर इतना खतरनाक था कि जिन मवेशियो की मौत हुई थी उनका मांस खाने वाले पक्षी भी मर गए। मवेशी का मांस खाने वाले कौए की तत्काल मौत हो गई थी। पुलिस ने एहतिहात के तौर पूरे कचरे में आग लगवा दी थी। बिसरा रिपोर्ट का इंतजार शॉर्ट पीएम जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि मवेशियों की मौत घातक जहर से हुई है। बिसरा जांच के लिए सागर भेजा गया है। बिसरा जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर मवेशियों के शरीर में कौन सा जहर था। प्रारंभिक पड़ताल में यही माना जा रहा है कि गोभियों में खतरनाक कीटनाशक डाला गया था। जिसे खाने से मवेशियों की मौत हुई है। एक्स्पर्ट व्यू- प्रोफेसर एचबी पालन का कहना है कि वर्तमान में सब्जियों को जल्द उगाने के लिए खतरनाक केमिकल्स का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा कीटों से संरक्षण के लिए जहरीले कीटनाशक डाले जाते हैं। कई बार ये कीटनाशक सब्जियों में रह जाते हैं। बिना धोए सब्जियां खाने से ये कीटनाशक मानव शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जहरीली सब्जियां खाने से आंत, पेट व त्वचा सम्बंधी रोग होते हैं। बाजार से खरीदी गई सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही इस्तेमाल करना चाहिए। सीधी बात- राजन उईके, थाना प्रभारी बेलखेड़ा – हाट बाजार में मवेशियों की मौत कैसे हो गई थी? मवेशियों ने गोभी खाई थी, जिसमें जहरीला कीटनाशक था। – आप कैसे दावा कर सकते हैं गोभी में कीटनाशक था? जिन-जिन मवेशियों की मौत हुई थी, उनने गोभी के पत्ते खाए थे। – एेसा तो नही कि किसी ने सब्जियों के कचरे में जहर फेक दिया हो? एेसी संभावना नहीं है, क्योंकि जिन घरों में मवेशियों की मौत हुई है उनने भी बाजार से उठाए गोभी के पत्ते खिलाए थे। – किस किसान की सब्जियों में इतना खतरनाक कीटनाशक था? यह पता नहीं चल पाया है, हम लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। – पीएम रिपोर्ट में क्या सामने आया है? शार्ट पीएम में जहर होने की पुष्टि हुई है। कौन सा जहर था यह एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।