जबलपुर

Career: scientific evidence based nursing से और एडवांस बनेंगी सिस्टर्स

Career: scientific evidence based nursing से और एडवांस बनेंगी सिस्टर्स

जबलपुरJul 10, 2024 / 12:54 pm

Lalit kostha

Career: scientific evidence based nursing

जबलपुर. नर्सिंग में कॅरियर बनाना यानि समाज के हर वर्ग की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने जैसा होता है। इस प्रोफेशन का स्वरूप समय के साथ बदलता जा रहा है। जैसे-जैसे मेडिकल साइंस में प्रगति हुई है इस फील्ड में भी उसका प्रभाव सीधा पड़ा है। आज नर्सिंग का स्वरूप अपने पूर्ण बदलाव के साथ और एडवांस हो गया है। जबकि दो दशक पहले तक नर्सिंग का दायरा काफी सीमित था। चाहे प्रोफेशन शिक्षा के क्षेत्र में हो या स्वास्थ्य सेवाओं में। लेकिन अब नए कोर्स और नई तकनीक के साथ इसमें भी लगातार प्रोग्रेस हो रही है।
नई एजुकेशन पॉलिसी से आए बदलाव
नई शिक्षा नीति आने के बाद नर्सिंग में बहुत बड़े बदलाव हुए हैं। इसका सीधा फायदा जहां पेशेंट्स को मिलेगा, वहीं उन स्टूडेंट्स को भी मिलेगा जो इसमें बेहतर कैरियर खोजते हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार अब ‘साइंटिफिक एविडेंस बेस्ड नर्सिंग’ पढ़ाई जाने लगी है। इसका मुख्य फायदा क्रिटिकल केसेज और मरीजों में होने वाली नई बीमारियों के ट्रीटमेंट में होगा।

यहां है कॅरियर
नर्सिंग में केवल अस्पतालों में ही सेवाएं नहीं देनी होती हैं, बल्कि अब इसका दायरा और वृहद हो गया है। जैसे कि आर्मी नर्सिंग, इंडस्ट्रियल नर्सिंग, क्लीनिकल नर्सिंग, स्कूल नर्सिंग, नर्सिंग काउंसलर एंड नर्स फैकल्टी जैसे क्षेत्रों में बेहतर पैकेज के साथ कॅरियर बनाया जा सकता है।
Career: scientific evidence based nursing
न्यू एजुकेशन नर्सेस के डेवलपमेंट में सहयोगी

पूर्व से नर्सिंग केवल पेशेंट सेंटर्ड रही है, जबकि नए कोर्स ‘साइंटिफिक एविडेंस बेस्ड नर्सिंग’ में यह फैमिली सेंटर्ड केयर, चाइल्ड सेंटर्ड केयर, कम्यूनिटी सेंटर्ड केयर प्रोवाइड करती है। नर्सिंग फील्ड में पिछले 4-5 सालों में नए-नए आयाम जुड़ रहे हैं। साथ ही इसमें नई रिसर्च हो रही है जो नर्सेस के डेवलपमेंट में काफी सहयोग कर रही हैं। साइंटिफिक एविडेंस बेस्ड नर्सिंग भविष्य के नर्सिंग कॅरियर को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए बनाई गई है। आने वाले समय में इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा जॉब डिमांड होगी। खासकर फॉरेन कंट्रीज में इंडियन नर्सिंग की सबसे ज्यादा डिमांड है। जो लगातार बढ़ती जा रही है।
बायो सब्जेक्ट में इंट्रेस्ट जरूरी

निर्सिंग से कॅरियर बनाने के लिए 12वीं क्लास बायोलॉजी सब्जेक्ट के साथ पास होना जरूरी है। जिनका बायो सब्जेक्ट में इंट्रेस्ट होता है वे ही इस फील्ड में आगे बढ़ते हैं। नर्सिंग के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के बाद स्टूडेंट पर डिपेंड करता है कि वे डिप्लोमा करके ही काम चलाना चाहते हैं या फिर बीएससी नर्सिंग में डिग्री, पोस्ट ग्रेजुएट, पीएचडी और एमफिल कर आगे बढ़ना चाहते हैं। नर्सिंग एक प्रोफेशनल कोर्स है जिसे गवर्नमेंट के साथ प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज से किया सकता है।
Career: scientific evidence based nursing
एविडेंस के साथ हो रही पढ़ाई

गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज की प्रो. डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया वर्तमान समय में कॉलेजों में नर्सिंग साइंस फुल एविडेंस बेस्ड यानि साक्ष्य सहित पढ़ाई जा रही है। जो बहुत ही एडवांस है, इसे पढ़कर तैयार होने वाली नर्सेस किसी भी सिजुएशन में पेशेंट की हेल्प कर सकेंगी। इस प्रेक्टिस का फायदा यही है कि मरीज को पॉजिटिव हेल्थ बेनेफिट्स के साथ वेरी फास्ट एंड क्विक एक्यूरेसी मिलती है। सीधी भाषा में कहा जाए तो पुराने नर्सिंग कोर्स की अपेक्षा आज के एविडेंस बेस्ड नर्सिंग में जमीन आसमान का अंतर है।

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