जानकारी के अनुसार जबलपुर निवासी आकांक्षा निखर बीएसएफ में आरक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उनकी तैनाती बीएसएफ अकादमी टेकनपुर में थी। वे 6 जून को रहस्यमय ढंग से लापता हो गई। बाद में पता चला कि उसके साथ दूसरी महिला आरक्षक शहाना खातून भी गायब हैं, जो मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल) की निवासी हैं। एक महीने बाद भी आकांक्षा के लौटकर नहीं आने पर परेशान परिजन मंगलवार को ग्वालियर जाकर जनसुनवाई में एसपी से मुलाकात कर शिकायत की और आकांक्षा की तलाश कराने की मांग की।
परिजन बोले-बंगाल में है आकांक्षा आकांक्षा के परिजनों ने बेटी को सहकर्मी आरक्षक शहाना खातून पर उसे साथ ले जाकर पश्चिम बंगाल में बंधक बनाने का आरोप लगाया है। उर्मिला निखर ने पुलिस अधिकारियों से कहा, बेटी आकांक्षा तीन साल से बीएसएफ अकादमी टेकनपुर में पदस्थ है। यहां महिला आरक्षक शहाना खातून से उसकी दोस्ती हुई थी। 6 जून की सुबह दोनों लापता हो गईं। उनके मोबाइल फोन भी अकादमी में रूम में मिले।
बेटी को परिवार और बीएसएफ ने तलाशा तो पता चला शहाना खातून उसे पश्चिम बंगाल ले गई है। आकांक्षा की मां ने बताया कि बेटे के साथ वह शहाना के घर मुर्शिदाबाद गईं शहाना के पिता मोतीउर्र रहमान से बेटी की मुलाकात कराने को कहा, लेकिन शहाना का परिवार राजी नहीं हुआ। सीएसपी हिना खान ने बताया दोनों महिला आरक्षकों के लापता होने की शिकयत हुई है। उनकी तलाश में टीम रवाना की गई है।