जबलपुर। गुजरे जमाने की मशहूर अदाकारा मुमताज ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रहीं हैं। यह खतरनाक बीमारी महिलाओं को हमेशा से परेशान करती रही है लेकिन वर्तमान जीवन शैली के कारण यह तेजी से बढ़ रही है। डाक्टर्स बताते हैं कि कुछ सावधानियां रखकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। read also- atm के लाखों रुपए निकालने चोरों ने ऐसे तोड़ी मशीन, cctv में कैद हुई यह हरकत बच्चों को स्तनपान कराएं पश्चिम देशों की तर्ज पर अब हमारे देश में भी महिलाएं बच्चों को स्तनपान कराने से बचती हैं। महिलाओं की मान्यता है कि इससे शारीरिक सौंदर्य में कमी आती है जबकि यह बिल्कुल निराधार धारणा है। डा. सुमति रस्तोगी बताती हैं कि स्तनपान से एस्ट्रोजन रिसेप्टर (ईआर) और प्रोजेस्ट्रोन रिसेप्टर निगेटिव (पीआर) स्तनकैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है। इस संबंध में हुए अनेक शोधों में यह सामने आया है कि बिना स्तनपान कराए तीन या अधिक बच्चे होने का संबंध ईआर, पीआर निगेटिव स्तनकैंसर के खतरे को बढ़ा देता है। गांवों में अभी भी औसतन दो संतानों की पंरपरा है जिससे यह खतरा बढ़ रहा है। बुरी बात यह भी है कि ईआर, पीआर निगेटिव स्तन कैंसर आमतौर पर युवा महिलाओं को होता है। काफी लंबी स्टेज के बाद इसका पता चल पाता है। read also- Monsoon: Sawan में सूखा, प्रदेश में अब इस सिस्टम से होगी बारिश रात में आर्टिफिशियल रोशनी से बचें डाक्टर्स यह भी बताते हैं कि देर रात तक कम्प्यूटर, मोबाइल आदि पर चैटिंग की आदत भी स्तन कैंसर का कारक बन रही है। देर रात में कंप्यूटर पर काम करने वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधिक होता है। दरअसल आर्टिफीशियल रोशनी न केवल शरीर में मौजूद रसायनों को नुकसान पहुंचाता है बल्कि यह ट्यूमर को बढ़ाने की गति भी तेज करती है। यही कारण है कि कामकाजी महिलाएं दूसरी महिलाओं की तुलना में ब्रेस्ट कैंसर की अधिक शिकार होती हैं।