नक्षत्र- मिश्रसंज्ञक नक्षत्र विशाखा रात्रि 2.57 तक उपरंात अनुराधा नक्षत्र रहेगा। विशाखा नक्षत्र में कारीगरी यात्रा पौधरोपण, बागबगीचा, गृहशंाति पठन पाठन धन संचय वाद विवाद, जैसे कार्य अत्यंत शुभ तथा सार्थक माने जाते हैं। वहीं अनुराधा नक्षत्र में व्यापार वाणिज्य जैसे कार्य अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं।
शुभ मुहूर्त – ंआज प्रसूति स्नान, पठन पाठन, चित्रकला, सेवारंभ, पत्र लेखन, क्रय विक्रय, वेदारंभ, अक्षरारंंभ, विद्यारंभ व्यापार आरंभ जैसे कार्य हेतु दिवस अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी है।
श्रेष्ठ चौघडि़ए- आज प्रात: 6.00 से 7.30 शुभ दोपहर 10.30 से 3.00 चर, लाभ, अमृत तथा रात्रि 6.00 से 9.00 चर अमृत की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : जयद योग के साथ श्रावण अष्टमी श्री विष्णु पूजन का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा।
चन्द्रमा : रात्रि 8.35 तक तुला राशि में उपरंात मंगल प्रधान राशि वृश्चिक राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के कर्क राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित है। सूर्य का पुष्य नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल दक्षिण दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास पश्चिम दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 1.30.00 बजे से 3.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे -आज जन्मे बालकों का नामाक्षर ती,तू,ते,ता अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। विशाखा नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि तुला होगी, राशि स्वामी शुक्र तथा रजतपाद पाया में जन्म माना जाएगा। तुला राशि के जातक प्राय: चंचल, उदार रूपवान, निपुण, बुद्धिमान, चतुर, वाणी कौशल के धनी, माता पिता एवं परिवार के प्रति सेवाभावी, जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संघर्ष के उपरंात सफलता के योग बनेंगे।