केंट थाने में दो ठगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज
मौत का भय और वास्तुदोष बताकर हड़पे एक करोड़ पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के पास शकुंतला बातव ने शिकायत की कि अरूण दुबे, वरूण दुबे और सचिन उपाध्याय ने उनसे एक करोड़ रुपए हड़प लिए हैं। पुलिस ने बताया कि विजेन्द्र बातव की सोशल मीडिया पर 2016 में अरुण और वरुण दुबे से दोस्ती हुई थी। दोनों ने खुद को ज्योतिषी बताया। विजेन्द्र के घर में वास्तु दोष बताकर दोनों ने पूजा कराई। दोनों ने सभी समस्याओं के समाधान की बात कही और एक दंडी स्वामी को पत्र लिखने को कहा। कुछ दिनों बाद वे दोनों स्वामी का जबाब लेकर आए और बताया कि उनकी जमीन में 14 प्रेत हैं, उन्हें उचित स्थान देना होगा अन्यथा आपके कोई कार्य नहीं बनेंगे। दोनों ने परिजन को डराते हुए पूजा के नाम पर एक लाख रुपये ले लिए। कुछ दिनों बाद घर दान करने को कहा। परिजनों ने 45 लाख रुपए का घर दान किया। इसमें वरुण दुबे रहने लगा। कुछ समय बाद वरुण और अरुण दुबे दंडी स्वामी का एक और पत्र लेकर आए। पत्र में वरुण दुबे के साथ मिलकर एक फर्म में आयात- निर्यात का कार्य शुरू करने का झांसा देते हुए 6 लाख ले लिए।
मौत का भय और वास्तुदोष बताकर हड़पे एक करोड़ पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के पास शकुंतला बातव ने शिकायत की कि अरूण दुबे, वरूण दुबे और सचिन उपाध्याय ने उनसे एक करोड़ रुपए हड़प लिए हैं। पुलिस ने बताया कि विजेन्द्र बातव की सोशल मीडिया पर 2016 में अरुण और वरुण दुबे से दोस्ती हुई थी। दोनों ने खुद को ज्योतिषी बताया। विजेन्द्र के घर में वास्तु दोष बताकर दोनों ने पूजा कराई। दोनों ने सभी समस्याओं के समाधान की बात कही और एक दंडी स्वामी को पत्र लिखने को कहा। कुछ दिनों बाद वे दोनों स्वामी का जबाब लेकर आए और बताया कि उनकी जमीन में 14 प्रेत हैं, उन्हें उचित स्थान देना होगा अन्यथा आपके कोई कार्य नहीं बनेंगे। दोनों ने परिजन को डराते हुए पूजा के नाम पर एक लाख रुपये ले लिए। कुछ दिनों बाद घर दान करने को कहा। परिजनों ने 45 लाख रुपए का घर दान किया। इसमें वरुण दुबे रहने लगा। कुछ समय बाद वरुण और अरुण दुबे दंडी स्वामी का एक और पत्र लेकर आए। पत्र में वरुण दुबे के साथ मिलकर एक फर्म में आयात- निर्यात का कार्य शुरू करने का झांसा देते हुए 6 लाख ले लिए।
जमीन में सोना-चांदी गड़ा होने का दिया लालच पुलिस ने बताया कि कुछ दिनों बाद दोनों ने दंडी स्वामी के नाम से एक और झांसा दिया कि उनके एक शिष्य की प्रदेश में कई जमीनें हैं। स्वामी आपको ये सारी जमीनें मुफ्त में देंगे। दोनों ने 8 लाख रुपए लेकर कुछ फर्जी जमीन उन्हें दिखाई। फिर जमीन पर सैंकडों टन सोना-चांदी होने की बात करते हुए पूजा के नाम पर 6 लाख रुपये लिए। साथ ही पुखराज के नाम पर 90000 और 35000 रुपए की सोने की अंगूठी भी ली। गुप्त दान में शकुंतला बातव के बैंक खाते से चेक के जरिए 40 लाख 74 हजार 500 रूपए और लिए।