भस्म आरती में महादेव का जयकारा
कैलाश धाम मटामर में देवाधिदेव महादेव की भस्म आरती सुबह 4 बजे की गई। महादेव का षोडषोचार पूजन एवं मंत्रों के बीच भस्म से श्रृंगार किया गया। समर्थ भैयाजी सरकार व रामू दादा की मौजूदगी में सैकड़ों भक्तों ने भगवान भोले नाथ का पूजन किया। इसके बाद प्रसाद वितरण किया गया।
मंंदिरों में आकर्षक साज-सज्जा
श्रावण मास में शिव के पूजन के लिए मंदिरों को विशेष रुप से सजाया गया है। प्रमुख मंदिरों में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। श्रावण मास पर मंदिरों में शिवलिंग का प्रतिदिन विशेष श्रृंगार हो रहा है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रुद्राभिषेक का क्रम भी अनवरत जारी है। श्रृद्धालु भगवान भोलेनाथ का पूजन करके मनोकामना पूरी होने की कामना कर रहे है।
आज विशेष योग
श्रावण मास में सोमवार को शिव पूजन का विशेष महत्व है। ज्योर्तिविद भी मानते है कि श्रावण मास में शिव की भक्ति से मनोकामना पूरी होती है। इस बार सावन सोमवार पर गई योग बन रहे है। इससे सावन में सोमवार को पूजन करने के लिए मंदिरों में श्रृद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। इसके लिए मंदिरों में विशेष व्यवस्थाएं की जा रही है।
सुबह नर्मदा तट पर सावन के पहले सोमवार को कांवड़ यात्रा निकाली गई। ग्वारीघाट, तिलवाराघाट सहित नर्मदातट पर पहुंचकर भक्तों ने पहले पूजन अर्चन किया। उसके बाद कांवड़ में जल लेकर कांवडिय़ों की टोली मंदिर पहुंची। ढोल और बम-बम भोले के उद्घोष के साथ कावंडिय़ों की टोली प्रमुख मार्गों से होते हुए शिवालयों तक पहुंची और जलाभिषेक किया।
शाही सवारी आज
सिद्धबाबा शिव शक्ति मंदिर की ओर से सोमवार को उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर दोपहर 3 बजे शाही सवारी निकाली जाएगी। साधु-संतों के नेतृत्व में सवारी गोपाल होटल चौक, चुंगी चौकी, चांदमारी होते हुए मंदिर प्रांगण में पहुंचेगी। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। आयोजन में अनुष्ठान किए जाएंगे।