
Bageshwar Dham sarkar huge kitchen video viral
जबलपुर। बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा पनागर में चल रही है। जिसका आज समापन दिवस है। यहां पहले दिन से लेकर आज तक प्रतिदिन लोगों को भोजन कराया जा रहा है। करीब ढाई लाख लोगों का भोजन रोज बन रहा है और परोसा जा रहा है। टनों से बनने वाले खाने की व्यवस्था में हजारों की संख्या में सेवादार निस्वार्थ सेवा दे रहे। सुबह 4 बजे से भोजन पकाना शुरू होता है जोकि रात करीब 12 बजे तक चलता है। भोजनशाला में पूरे दिन निर्बाध्य भक्तों को भोजन परोसा जा रहा है।
16 एकड़ की भोजनशाला में करीब 500 रसोइए 2 से ढाई लाख लोगों का भोजन बनाने के लिए लगे हुए हैं । भोजन सुबह 4:00 बजे से बनना शुरू हो जाता है और 11 बजे से भोजन शाला में अतिथियों का भोजन शुरू हो जाता है जो कि रात 12 बजे तक जारी रहता है। इनमें आम श्रद्धालुओं से लेकर समस्त गणमान्य और वरिष्ठ जनों को लिए भी भोजन उपलब्ध होता है।
इको फ्रेंडली रसोई चूल्हों में पक रही सब्जी
रसोई में सुबह से रात तक बनने वाले खाने में जीरो वेस्ट पॉलिसी अपनाई जा रही है। जिसमें प्लास्टिक या सिंगल यूज थर्माकोल किसी भी प्रकार के अपशिष्ट उपयोग नहीं किया जा रहा है । बल्कि दोना पत्तल का उपयोग हो रहा है। इसके अलावा चूल्हे में देसी तरीकों से सब्जी दाल चावल पकाया जा रहा है । लोगों को भोजन परोसने के लिए दोना पत्तल के लिए 1 महीने पहले से संग्रहण शुरू हो गया था । मंडला डिंडोरी समेत आसपास के इलाकों से दोना पत्तल मंगवाए जा रहे हैं। वही साफ-सफाई के लिए हर 2 घंटे में पूरी रसोई भोजनशाला को साफ करने बड़ी संख्या में सफाई अमला लगाया गया है।
भोजन शालाओं को दिए भगवान संतों के नाम
विशाल भोजनशाला को अलग-अलग खंडों में बांटा गया है ताकि भोजन व्यवस्था सुदृढ़ रह सके । इसके लिए हर सौ कुर्सी पर भोजनशाला का नाम दिया गया है । इनमें मां कर्मा देवी , श्री राम , श्री कृष्ण, संत रविदास, महर्षि कुंभज , आचार्य विद्यासागर महाराज समेत अन्य भगवानों के नाम दिए गए हैं।
मेला सा माहौल
बागेश्वर धाम सरकार की कथा में के चलते रोजाना हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं ।इनमें प्रदेश सहित आसपास के जिलों के लोग भी शामिल हैं। इसको देखते हुए कथा स्थल के साथ में आसपास करीब 2 किलोमीटर तक मेला सा माहौल है। मेले की तरह पारंपरिक दुकानें लगी है।साज ओ सामान से लेकर गृहस्थी और पूजन सामग्री तक की जमकर बिक्री हो रही है।
रेलिंग पर बांधे मन्नतों के नारियल
भागवत कथा में आने वाले श्रद्धालुओं ने अपनी अर्जी लगाने और मन्नत ओं को पूर्ण करने के उद्देश्य से पंडाल के चारों तरफ लगी रेलिंग में हजारों की संख्या में नारियल और उनके साथ पर्चियां बांधी हैं। ऐसा माना जा रहा है रोजाना करीब 1000 नारियल बांधे और छोड़े जा रहे हैं।
Published on:
31 Mar 2023 12:01 pm
बड़ी खबरें
View Allजबलपुर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
