जबलपुर

Russia में ईजाद की गई इस तकनीक के एक्सपर्ट है यहां के Doctor, क्रिटिकल सर्जरी को बना दिया आसान

विश्व निश्चेतना दिवस आज

जबलपुरOct 16, 2017 / 09:44 am

deepankar roy

Anesthesia make Critical Surgery to Easy

जबलपुर। सर्जरी का जब भी नाम सुनते हैं तो सर्जरी करने वाले डॉक्टर तो हमारे सामने रहते हैं परंतु एक और ऐसे विशेषज्ञ रहते हैं जिनकी सहमति और प्रयासों से ही जटिल सर्जरी आसान हो जाती है। एनेस्थेटिक सर्जरी में पर्दे के पीछे का एक ऐसा किरदार होता है जो कि नजर नहीं आता है सर्जरी मैनेजमेंट वहीं करता है। शहर में निश्चेतना विज्ञान ने एक अलग ही पहचान बनाई हैं। समय के साथ यह तकनीक अपडेट होती जा रही है। ऑपरेशन थिएटर ही नहीं पोस्ट ऑपरेटिव केयर में एनेस्थेटिक का महत्वूपर्ण योगदान है। विश्व निश्चेतना दिवस पर जानिए इस विधा से जुड़ी दिलचस्पी जानकारियां।
रुस में दिया था पहला एनेस्थिसिया
एनेस्थिसिया के प्रति जागरूकता लाने के लिए वल्र्ड फेडरेशन ऑफ सोसायटी ऑफ एनएस्थिसियोलॉजिस्ट द्वारा प्रतिवर्ष 16 अक्टूबर को मनाया जाता है। विश्व में पहला एनेस्थिसिया1846 को रुस के एक अस्पताल में दिया गया था। प्रथम ईथर एनेस्थिसिया विलियम थॉमस ग्रीन माॢटन ने दिया था। सामान्य से लेकर 8 से 10 घंटे तक या लम्बे समय तक चलने वाली ब्रेन, स्पाइन की क्रिटिकल सर्जरी हो बिना एनेस्थिसिया के संभव नहीं है।
जनरल व रीजनल एनेस्थिसिया
विक्टोरिया जिला अस्पताल के सीनियर निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. जेएन सेन के अनुसार ऑपरेशन के दौरान व उसके बाद निश्चेतना देना एक बहुत ही साहसिक कार्य है। तमाम तरह के तनाव में रहने के दौरान भी अपना दिमाग व आंखे मरीज की हालत सभी पैरामीटर व मनीटर पर सतकर्ता से नजर रखनी होती है। निश्चेतना तीन तरह से दिया जाता है। जिसमें पूरे शरीर को जब निश्चेतना दी जाती है तो वह जनरल एनेस्थिसिया कहलाता है।
नर्व-इम्पल्स के ट्रांसमिशन को रोका जाता है
शरीर के किसी एक हिस्से को शून्य किया जाता है तो उसे रीजनल या लोकल एनेस्थिसिया कहा जाता है। इन सभी विधियों में विशेष दवा द्वारा नर्व-इम्पल्स के ट्रांसमिशन को रोका जाता है। जिससे मरीज को दर्द महसूस नहीं होता है। ओटी के अलावा दर्द प्रबंधन , आईसीयू, सर्जिकल आईसीयू सहित अन्य विभाग विशेषज्ञों के पास ही होते हैं। नॉन सर्जिकल प्रोसिजर जैसे हार्ट की जांच, सीटी स्केन, एमआरआई, इंडोस्कोपी में भी निश्चेतना विशेषज्ञ महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करते हैं।
सबसे अत्याधुनिक तकनीक
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. मयंक चंसौरिया के अनुसार निश्चेतना सबसे एडवांस तकनीक है। सर्जरी के साथ ही आईसीयू में व पैन मेनेजमेंट में इसका अहम रोल है। स्लिप डिस्क, कम दर्द हो या कैंसर जैसे असहनीय दर्द इनने राहत देने में निश्चेतना की महत्वपूर्ण भूमिका है।

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