आंद्रे रसेल ने कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा था कि यह उनके लिए आखिरी मैच था। उन्होंने खुद से कहा कि वे इस तरह से आउट नहीं हो सकते। वे मैच के बारे में दोबारा सोचने लगे। तब उन्हें ऐसा एहसास हुआ कि उन्होंने कैसे सबकुछ खराब कर दिया था। उन्होंने सोचा अगर वे आखिरी तक बल्लेबाजी करते रहते तो मैच आसानी से जीत सकते थे।
आंद्रे रसेल ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि किसी ने उन्हें उस हालत में नहीं देखा। उनका कहना है कि अगर कोई उन्हें ऐसे देख लेता तो यह बहुत ही ज्यादा शर्म की बात होती। आंद्रे रसेल ने बताया कि उन्होंने उस घटना से एक सबक भी लिया। उन्होंने सीखा कि अगर गेंदबाज इस बात को महसूस करता हू कि आप अपना बल्ला उठाने से डरते हैं तो फिर वो आपको हर तरीके से परेशान कर सकता है। कभी कभी आपको गेंदबाज के खिलाफ शॉट लगाकर दिखाना पड़ता है।