बता दें कि जयदेव उनादकट ने न्यूजीलैंड में 2010 विश्व कप में भारत के अंडर-19 आक्रमण का नेतृत्व किया था। वहीं आईपीएल की बात करें तो वे साल 2018 से राजस्थान रॉयल्स के साथ हैं। जयदेव ने कहा कि वे कुछ साझा करना चाहते हैं जो वे पिछले कुछ हफ्तों से महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा देश मुश्किल समय से गुजर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें यह भी पता है कि एक व्यक्तिगत नुकसान कितना दर्दनाक हो सकता है और अपने जीवन के लिए लड़ रहे अपने करीबी दोस्तों को देखना कितना चिंताजनक हो सकता है। ऐसे में वे अपनी ओर से छोटा सा योगदान देना चाहते हैं।
बता दें कि जयदेव के अलावा आईपीएल में खेल रहे कई क्रिकेटर्स कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में अपना योगदान दिया है। इनमें विदेशी प्लेयर्स भी शामिल हैं। इनके अलावा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भी लाखों रुपए की मदद की है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने मिशन ऑक्सीजन में 1 करोड़ रुपए का दान दिया है। इसके अलावा आईपीएल टीमें भी कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में योगदान दे रही हैं।
वहीं दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) दिल्ली सरकार को बीपीएपी-बी गैर-इनवेसिव वेंटिलेटर की 100 इकाइयां और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की 100 इकाइयां दान करेगा। डीडीसीए ने एक बयान में कहा कि सामाजिक जिम्मेदारी को पूरा करने की अपनी परंपरा के साथ डीडीसीए ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद करने का फैसला किया है। दिल्ली भर में मामलों में वृद्धि और वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स जैसे जीवन रक्षक उपकरणों की तत्काल मांग के मद्देनजर, एपेक्स काउंसिल, डीडीसीए के अध्यक्ष और सदस्य ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की 100 यूनिट और बीपीएपी-बी की 100 यूनिट का दान करने का फैसला किया है।