बीसीसीआई ने पिछले साल यूएई में टूर्नामेंट के दौरान बनाए गए बायो-बबल में खिलाड़ियों की गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए एक जीपीएस डिवाइस पहनना जरूरी किया था। आईपीएल 2021 में खिलाड़ियों को इसी तरह की एक डिवाइस बायो-बबल में दी गई थी। इस डिवाइस को खिलाड़ियों सहित सपोर्ट स्टाफ और फ्रेंचाइजी के अन्य सदस्यों को हर वक्त पहनकर रखना जरूरी था। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि इस डिवाइस में खामी पाई गई है। यह डिवाइस सही डाटा नहीं दे रहा था। इसकी शिकायत फ्रेंचाइजियों ने की थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार, यह ट्रैकिंग डिवाइस रिस्ट बैंड जैसी है, जो ब्लूटूथ के जरिए मोबाइल फोन में एक ऐप से जुड़ी रहती है। इस डिवाइस के जरिए यह ट्रैक किया जाता है कि कोई खिलाड़ी या फ्रेंचाइजी का कोई सदस्य कहां जा रहा है। साथ ही इस डिवाइस के जरिए यह भी पता लगाया जा सकता था कि कोई बायो बबल के बाहर तो नहीं गया। हालांकि बताया जा रहा है कि यह डिवाइस ठीक से काम नहीं कर रही थी। जब फ्रेंचाइजी एक शहर से दूसरे शहर ट्रैवल कर रही थी तो इसमें पिछले शहर ही गतिविधियां ही ट्रैक हो रही थीं। दूसरे शहर में जाने का डाटा उसमें ट्रैक ही नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि उस डिवाइस की बैट्री को बदलना पड़ा था।
बायो बबल की सुरक्षा टूटने और ट्रैकिंग डिवाइस में गड़बड़ी सामने आने के बाद BCCI की तैयारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब आइपीएल स्थगित होने के बाद भारत में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। अगर देश में कोरोना की स्थिति ऐसी ही रही तो अक्टूबर में इस वर्ल्ड कप का आयोजन कैसे संभव हो पाएगा। वहीं आईपीएल स्थगित होने से बीसीसीआई के सामने भी परेशानी आ गई है। इसके बाद लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला जाना है और उसके बीच आईपील के बचे हुए मैचों का आयोजन बेहद मुश्किल हो जाएगा।