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बड़े घर खरीदने की चाह बढ़ेगी
रियल एस्टेट कंपनी अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने बताया कि आने वाले समय में वर्क फ्रॉम होम कल्चर हमारे जीने के तौर-तरीकों में बड़ा बदलाव ला सकता है। शहरों में ज्यादातर घर छोटे होते हैं। इनमें होम ऑफिस या स्टडी स्पेस बनाना मुश्किल है। वहीं, शहरों के बाहरी इलाकों में बड़ा घर इस दिक्कत को दूर कर सकता है। अभी तक ज्यादातर लोग ऑफिस के करीब छोटा घर लेने की कोशिश करते हैं। अब वर्क फ्रॉम होम कल्चर डेवलप होने से वो बाहरी इलाकों में बड़ा साइज का घर लेने की तैयारी करेंगे। इन इलाकों में उन्हें कम दाम में ज्यादा बड़ा घर मिल सकता है। कंपनियों को यह भी एहसास हो गया है कि कम ट्रैवलिंग टाइम का मतलब ज्यादा प्रोडक्टिविटी है।
खुले क्षेत्र में रहना पसंद करेंगे लोग
रियल एस्टेट कंसल्टेंट कंपनी इंदुमा ग्रुप के डायरेक्टर ऋषि सिंह ने बताया कि वर्क फ्रॉम होम और सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से लोग अब बाहरी इलाकों में ज्यादा स्पेस वालों घरों को तरजीह दे सकते हैं। ऐनरॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में शहरी इलाकों और बाहरी इलाकों के मकान की कीमतों में 54 से लेकर 70 फीसदी तक का अंतर है। ऐसे में कोरोना काल के बाद न सिर्फ किरायेदार बल्कि खरीदार भी बाहरी इलाकों में ज्यादा स्पेस वाले घरों को तरजीह देंगे। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर के शहरी इलाकों में 1000 वर्गफुट वाले स्टैंडर्ड फ्लैट की औसम कीमत 88 लाख 20 रुपये के आसपास है जबकि बाहरी इलाकों में इतना बड़ी फ्लैट करीब 37 लाख 50 हजार की कीमत में मिल रहा है। बाहरी इलाकों में नोएडा, नोएडा एक्सप्रेस, जयुपर का बहारी इलका, गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा, सोहना, भिवाड़ी आदि हैं। मुंबई में तो फ्लैट की कीमत आसमान छू रही है। शहरी इलाकों में 1000 वर्गफीट के फ्लैट की स्टैडर्ड कीमत 1 करोड़ 85 लाख के आसपास आंकी गई है। जबकि बाहरी इलाकों में यह घटकर 55 लाख 35 हजार है।
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डेवलपर्स भी कर रहे हैं बदलाव
रियल एस्टेट विशेषज्ञ प्रदीम मिश्रा ने बताया कि रियल एस्टेट लंबे समय से सुस्ती की चपेट में है। लेकिन पिछले दो महीने से घर से ही काम हो रहा है, जिसकी वजह से घर और काम, दोनों की परिभाषा बदल गई है। अचानक घर, सबसे करीब और सबसे आरामदायक कार्यालय बन गया। इस अवसर को देखते हुए डेवलपर्स भी फ्लैट के आकार में वर्क फ्रॉम होम कल्चर के अनुसार बदलाव करना शुरू कर दिए हैं। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई में वर्क फ्रॉम होम के हिसाब से फ्लैट वाले प्रोजेक्ट्स में बदलाव किया जा रहा है। इसके तहत घर के बाहर वॉशरूम, हाई स्पीड वाला स्मार्ट सिक्यूरिटी सिस्टम, 2 और 3 बीचएचके की जगह 2.5 व 3.5 बीएचके की प्लानिंग कर रहे हैं। इसमें से आधा कमरा सिर्फ ऑफिस स्पेस के लिए होगा। इसके साथ कॉमन एरिया, कल्ब आदि में भी बदलाव कर रहे हैं।