जल्द हो सकती है औपचारिक घोषणा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन दोनों कंपनियों में पैसों को लेकर भी बातचीत हो चुकी है और सौदा अंतिमचरण में चल रहा है। जल्द ही कंपनी इसकी औपचारिक घोषणा भी कर सकती है। फिलहाल इस समय एवरेडी को खरीदने के लिए पहले से ही बर्कशायर हैथवे और इनरजाइजर होल्डिंग्स दोनों के बीच में कड़ा मुकाबला चल रहा था, लेकिन फिलहाल अब कंपनी वॉरेन बफे के हाथों में चली गई है।
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1600 करोड़ में खरीदेगी कंपनी
आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आखिरी बाजी वॉरेन बफे की कंपनी के हाथों लगी है। बफे की कंपनी इसे स्लंप सेल में करीब 1600-1700 करोड़ रुपये में खरीदने जा रही है। इसके साथ ही मामले से जुड़े लोगों के अनुसार इस सौदे में एवरेडी की मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स, डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और एवरेडी ब्रांड शामिल है।
कंपनी पर है 700 करोड़ की देनदारी
एवरेडी कंपनी पर करीब 700 करोड़ की देनदारी है। कंपनी पर यूको बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, आरबीएल, इंडसइंड बैक समेत अन्य स्रोतों द्वारा कर्ज लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार एरवेडी हर साल 1.5 अरब बैटरी बनाती है इसके अलावा 20 लाख से अधिक फ्लैश लाइट का हर साल निर्माण करती है।
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एनरजाइजर से भी चल रही थी बातचीत
इससे पहले सौदे के लिए एरवेडी के मालिक खेतान परिवार की अमेरिकी कंपनी ड्यूरासेल के साथ-साथ एनरजाइजर से भी बात चल रही थी। आपको बता दें कि कंपनी के ऊपर करोड़ों का कर्ज है, जिसके चलते कंपनी ने इसको बेचने का प्लान बनाया है। फिलहाल इस सौदे से कंपनी को अपना कर्ज चुकाने में काफी मदद मिलेगी।
एवरेडी बनाती है 120 करोड़ रुपए
जानकारी के अनुसार पहले विकल्प के रूप में कंपनी के प्रमोटर्स एक स्ट्रैटिजिक पार्टनर की तलाश कर रहे थे, जो उनके कुछ शेयर खरीद ले। एक सूत्र ने बताया, ‘सब ठीक-ठाक रहा तो वे अपना 30 फीसदी शेयर बेच देंगे, जबकि 10 से 15 फीसदी शेयर अपने पास रखेंगे।’ एवरेडी हर साल 1 अरब 20 करोड़ से ज्यादा बैटरी और 2.5 करोड़ फ्लैशलाइट बेचती है।