स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की सब्सिडियरी एसबीआई कैप ( SBI CAP ) ने एसएलएस ट्रस्ट ( SLS TRUST ) नाम से एसपीवी बनाया है। इसी ट्रस्ट के जरिए एनबीएफसी ( NBFCs ) और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों ( HFCs ) को लिक्विडिटी स्कीम ( Liquidity Scheme ) से जुड़ा जाने का प्लान है। हालांकि स्कीम से जोड़ने के लिए कुछ शर्तें रखी गई है और इसका फायदा उन शर्तों को पूरा करने वाली कंपनियों को ही दिया जाएगा।
किसे मिलेगा स्कीम का फायदा- NBFC और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को फायदा मिलेगा लेकिन CIC वाली NBFCs को इससे बाहर रखा गया है।
कैसे होगा काम- भारतीय स्टेट बैंक की सहायक कंपनी SBI Cap इसके मैनेजमेंट के लिए एक SPV (SLS ट्रस्ट) बनाएगी। जो सिर्फ NBFC/HFC से अल्पकालिक कागजात खरीदेगा। इनमें CP और NCDs शामिल होंगे। इन कागजातों को खरीदने की शर्त ये होगी कि इनमें तीन महीने से ज्यादा की मैच्योरिटी वाले नहीं होने चाहिए और इन्वेस्टमेंट ग्रेड की रेटिंग होनी चाहिए।
सरकार की तरफ से NBFCs को 45,000 करोड़ रुपए की आंशिक क्रेडिट गारंटी दी जाएगी।