रिपोर्ट के मुताबिक, “प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के साथ बातचीत करके हमें यह पता चला है कि अगले 3-4 साल में प्रॉपर्टी की कीमतें 25-30 फीसदी तक गिर सकती हैं।” कंपनी का कहना है कि फिलहाल जब आप ब्रोकर से बात करते हैं तो वो ऑलरेडी 30 फीसदी तक कम दाम बता रहे हैं जिसका मतलब है कि रियल एस्टेट ( real estate ) में डिस्ट्रेस सेलिंग शुरू हो चुकी है।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि, “लॉकडाउन की वजह से पिछले दो महीने में कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है। जिसके चलते सेंट्रल मुंबई में बड़ी परियोजनाओं निवेशक 10-15 फीसदी कम कीमत की उम्मीद कर रहे हैं।” उनका कहना है कि ऑबेरॉय जैसे बड़े बिजनेस मैन तो कीमते बर्दाश्त करसकते हैं लेकिन छोटे बिजनेस मैन को इससे काफी घाटा हो सकता है।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले प्रॉपर्टी कंसलटेंसी फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया ने भी ऐसा ही दावा किया था । Knight Frank India की रिपोर्ट में 20 बड़े शहरों में रेसीडेंशियल प्रॉपर्टी के बारे में ट्रेंड बताया गया था । इस ट्रेंड के लिए डिमांड सप्लाई, कोविड 19 का असर और सरकारों की तरफ से दिए गए राहत पैकेज को आधार बनाया गया है। हालांकि घटती कीमतों में भी एक उम्मीद है । क्योंकि covid-19 के प्रभाव के कारण कीमतों में गिरावट होगी जिसके चलते घर के जरुरतमंद खरीदार इस मौके का फायदा उठा सकते हैं।