कंपनी ने एक बयान में कहा कि लॉरियल ग्रुप ( L’oreal Group ) स्किन का रंग बदलने वाले प्रॉडक्ट ( Product ) को लेकर उठ रही आपत्तियों को स्वीकार करती है। इसे लेकर कंपनी स्किन से जुड़े अपने सभी प्रॉडक्ट्स से गोरे, गोरेपन, श्वेत, सफेद, हल्का जैसे शब्दों को हटाने का फैसला कर लेती है।
आपको बता दें कि अमेरिका में जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद से नस्लीय भेदभाव के खिलाफ आंदोलन जोरो पर हैं। और कई कंपनियां को अपनी गलत प्रचार नीति की वजह से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है । यही वजह है कि कई कंपनियों ने दशकों से पहचान बन चुके शब्दों को अपने प्रोडक्ट से हटा दिया है तो वहीं कोकाकोला जैसी कंपनी ने फिलहाल किसी भी तरह के प्रचार से दूर रहने की बात की है ।
कोका-कोला कंपनी के चेयरमैन और सीईओ, जेम्स क्विनी ने अपने बयान में कहा है कि न ही दुनिया में और न ही सोशल मीडिया पर नस्लवाद के लिए कोई जगह है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया कंपनियों को ज्यादा जवाबदेह और पारदर्शी बनने की जरूरत है।
इसके साथ ही उन्होने स्पष्ट किया है कि ‘ब्रेक’ यह मतलब नहीं है कि वह पिछले दिनों शुरू हुए अफ्रीकी-अमेरिकी आंदोलन में शामिल हो रही है, बल्कि हम अपनी विज्ञापन नीतियों को फिर से निर्धारित करने विचार करेंगे। तो वहीं अमेरिकी की स्वास्थ्य देखभाल और एफएमसीजी कंपनी जॉनसन एण्ड जॉनसन (Johnson & Johnson) ने भी स्किन को गोरा बनाने वाली क्रीम की भारत सहित दुनियाभर में बिक्री को रोक दिया।