ग्लब्स बनाने वाली चारो कंपनियों ( GLOVES MANUFACTURING COMPANY ) के ओनर्स अब अरबपति ( Gloves company owner became billionaires )बन चुके हैं। इनमें से 2 कंपनियों ने तो इसी महीने अरबपति का रिकॉर्ड छुआ है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार सुपरमैक्स कॉर्प कंपनी के फाउंडर थाई किम सिम इस महीने की शुरुआत में 1 बिलियन डॉलर (करीब 7612 करोड़ रुपए) के उच्च स्तर के साथ अरबपतियों के क्लब में शामिल हुए हैं।
यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है कि पूरी दुनिया के रबर उत्पादन का 65 फीसदी उत्पादन मलेशिया में होता है, लेकिन इस साल कोरोना वायरस की वजह से रबर के ग्लब्स की डिमांड तेजी से बढ़ी है दरअसल वायरस से बचाव के लिए ग्लब्स पहनना लगभग हर इंसान के लिए जरूरी हो गया है। ऐसे में इनकी हर दिन के साथ बढ़ती डिमांड ने ग्लब्स की बिक्री में शानदार इजाफा किया । ऐसे में जो कंपनियां इस सेक्टर में शामिल थीं उन्हें तेजी से फायदा पहुंचा। दुनिया की सबसे बड़ी ग्लब्स बनाने वाली कंपनी हार्टलेगा और कोसन को बहुत फायदा हुआ। हालांकि, सुपरमैक्स पांच गुना तेजी से छलांग लगाकर सबसे ऊपर पहुंच गई।
ग्लब्स हब बना मलेशिया- शेयर मार्केट की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक ग्लब्स बनाने वाली कंपनी टॉप ग्लब्स ने कोरोना में इस साल तीन गुना से अधिक का करोबार किया है। मई तक के तीन महीनों में कंपनी की शुद्ध आय में 366% की वृद्धि दर्ज हुई है, जो कि रिकॉर्ड 348 मिलियन रिंगिट (81 मिलियन डॉलर) है। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर इस बात से बेहद खुश हैं।
दूसरी तरफ, हार्टलेगा और कोसन का कारोबार इस साल दोगुना हो गया है। हार्टलेगा के फाउंडर कुआन कम होन और उनके परिवार की हिस्सेदारी 4.8 बिलियन डॉलर तक बढ़ गई है।