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1. एतिहाद एयरवेज ने अपनी तरफ रखी गई प्रमुख मांगों में सबसे पहले यह कहा है कि उसे जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ( naresh goyal ) से हाने वाले जांच से अलग रखा जाए। जेट एयरवेज ने कहा कि नरेश गोयल से संबंधित मामलों में हमसे पूछताछ न करें।
2. एतिहाद एयरवेज ने दूसरी मांग यह की है कि उसे डीजीसीए से इस बात की पुष्टि चाहिए कि जब जेट एयरवेज का संचालन शुरू हो जाएगा तब जेट एयरवेज को सभी स्लॉट्स वापस दे दिए जाएंगे। कंपनी ने बंद हो चुकी जेट एयरवेज में पूंजी लगाने से पहले यह शर्त रखी है। एतिहाद एयरवेज योजना बना रही है कि वो जेट के ट्रैक पर आने के बाद 45-50 नए एयरक्राफ्ट जोड़ेगी।
3. साथ ही इस खाड़ी विमान कंपनी ने तीसरी शर्त यह भी रखी है कि ऑपरेशनल क्रेडिटर्स 60-70 फीसदी हेयरकट का बोझ उठाएं।
एतिहाद एयरवेज के इस डिमांड को लेकर फिलहाल लेंडर्स ने अभी कुछ रिस्पॉन्स नहीं दिया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि लेंडर्स 10 जून 2019 तक बिडिंग प्रक्रिया को पूरी कर लेंगे।
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रिवाइवल के बाद जेट एयरवेज को वापस मिलेंगे स्लॉट्स
आपको बता दें कि dgca ने जेट एयरवेज के बंद होने के बाद खाली स्लॉट्स को इंडिगो, स्पाइसजेट और विस्तारा में बांट दिया है। साथ ही DGCA ने कहा कि इन स्लॉट्स को तीन महीनों के लिए अस्थायी रूप से बांटा गया है। जेट एयरवेज के रिवाइवल के बाद इन स्लॉट्स को उसे फिर से वापस दे दिया जाएगा। जेट एयरवेज के कुल 700 स्लॉट्स में से 450 स्लॉट्स को इन तीन कंपनियों के बीच बांटा गया है। इनमें सबसे अधिक स्लॉट्स स्पाइसजेट को दिया गया है।
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