महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में हुई बैठक में निजी बोरिंग के पानी का व्यावसायिक इस्तेमाल करने पर भारी जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया। यह प्रस्ताव नगर निगम ने तैयार किया था, इस पर एमआइसी बैठक में मुहर लगी।
यह भी पढ़ें: कई टुकड़ों में बंटेगा एमपी का यह बड़ा जिला! पुनर्गठन के लिए बने परिसीमन आयोग की कवायद शुरु बता दें कि शहर में अब तक निजी बोरिंग के पानी का व्यावसायिक इस्तेमाल किया जाता रहा है। इससे भूमि जल का अतिरिक्त दोहन होता है। अब इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नर्मदा के नए कनेक्शन के निगम के प्रस्तावों को स्वीकृति नहीं दी गई। महापौर ने प्रस्ताव का दोबारा अवलोकन करने के निर्देश दिए।
निगम मुख्यालय पर मंगलवार को हुई एमआइसी बैठक में देवगुराड़िया में एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का विस्तार करने को मंजूरी दी गई। अब यह विश्व का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट बन जाएगा। इसका काम जल्द ही शुरू होगा।
देवगुराड़िया प्लांट की क्षमता अभी 500 एमएलडी की है, विस्तार के बाद करीब 300 एमएलडी क्षमता बढ़ जाएगी। यानि प्लांट में 800 एमएलडी गैस का उत्पादन होगा। नगर निगम प्लांट को इसके लिए अतिरिक्त जमीन भी आवंटित करेगा।
एमआइसी बैठक में इन प्रमुख कार्यों पर भी लगी मुहर