अहमदाबाद में करीब 40 कि.मी का अंडरग्राउंड ट्रैक है, जबकि इंदौर की पहली रिंग में करीब 9 कि.मी का अंडरग्राउंड ट्रैक होगा। अहमदाबाद में दूसरे हिस्से का भी काम चल रहा है। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी एस. कृष्ण चैतन्य के नेतृत्व में अहमदाबाद गए दल ने वहां के अंडरग्राउंड ट्रैक पर ज्यादा फोकस किया। यहां एयरपोर्ट से रेलवे स्टेशन तक के हिस्से का टेंडर जल्द होने वाला है। अहमदाबाद के अंडरग्राउंड ट्रैक की तर्ज पर काम शुरू होना है। रेलवे स्टेशन से एयरपोर्ट तक के हिस्से में 7 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन रहेंगे। अहमदाबाद के अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन की तरह यहां के स्टेशन की डिजाइन होगी। वहां के स्टेशन पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन के साथ ही अन्य कार्यप्रणाली को भी अफसरों ने समझा।
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कमर्शियल रन को ध्यान में रखते हुए अगले महीने कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) का दौरा होना है। इसके लिए मेट्रो कॉर्पोरेशन के अफसर ट्रैक की पूरी रिपोर्ट तैयार कर दिल्ली पहुंचा रहा है। सेफ्टी टीम द्वारा ट्रैक की मजबूती व तकनीकी पहलू चेक करने के बाद अपनी रिपोर्ट दी जाएगी। रिपोर्ट में हरी झंडी मिलने के बाद ही मेट्रो का कमर्शियल रन शुरू हो पाएगा। मेट्रो के 5.8 कि.मी हिस्से में कमर्शियल रन होना है। इस हिस्से में 5 एलिवेटेड स्टेशन है, जिसमें सबसे बड़ा गांधी नगर स्टेशन है। यहां से डिपो जुड़ा है, इसलिए स्टेशन पर तीन ट्रैक बनाए गए हैं। यहां कंट्रोल रूम का काम अंतिम दौर में है।