इंदौर आरपीएफ टीआई हर्ष चौहान ने बताया कि 14 अगस्त को दोपहर 3 बजे यात्री अजित कुमार पिता राजवीर ङ्क्षसह त्यागी निवासी महालक्ष्मी नगर थाने पर आए और बताया कि बहन पुष्पा त्यागी नई दिल्ली-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस के कोच बी-3 से दोपहर 12 बजे इंदौर आई थीं। घर जाकर सामान चेक किया तो उसमें बहन का पर्स नहीं मिल रहा है।
must read : भाई को राखी बांधने के लिए आ रही बहनों की कार टकराई, एक की मौत, घर में छाया मातम टीआई चौहान के निर्देश पर एएसआई संजीव कुमार और कांस्टेबल राजकुमार सिंह दवेड़ा प्लेटफॉर्म तीन पर खड़ी इस ट्रेन के कोच बी-3 में पहुंचे। यहां पर एसी अटेंडर की मदद से कोच चेक किया तो सीट नंबर 63 के नीचे से एक कलर फुल लेडिज हैंड पर्स मिला जिसके अंदर एक सोने की अंगूठी, दो नग चांदी की अंगूठी, एक नग मोबाइल, पॉवर बैंक मिला।
must read : शहीद की पत्नी को झोपड़ी से बंगले में हथेलियों पर करवाया प्रवेश, सीएम कमल नाथ ने दी बधाई भाई ने पुलिस का शुक्रिया अदा किया पर्स मिलने के बाद आरपीएफ ने शिकायतकर्ता यात्री अजित कुमार को 15 अगस्त को सूचना दी। जांच-पड़ताल कर अजित कुमार को उनकी बहन का खोया पर्स सुपुर्द कर दिया। पर्स में करीब 40 हजार रुपए कीमत की रकम थी। पर्स मिलने पर अजित कुमार ने आरपीएफ को रक्षाबंधन पर इस उपहार देने के लिए शुक्रिया कहा।