पुलिस के अनुसार घटना सोमवार शाम 4 बजे सिमरोल इलाके की है। यहां के बीएम कालेज आफ फार्मेसी की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा (54) घर जाने के लिए कालेज से निकली ही थी कि वो कालेज परिसर में लगे बेल पत्र को तोड़ रही थी, तभी वहां पहुंचे पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव (24) ने डिब्बे से पेट्रोल निकालकर प्रिंसिपल पर छिड़क दिया। विमुक्ता कुछ समझ पाती जब तक उसने आग लगा दी। वारदात की चपेट में खुद आरोपी आशुतोष भी आ गया, उसका हाथ और सीना झुलस गया। बताया जाता है कि वो भी 30 प्रतिशत जल गया है और उसका भी इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। इधर, इस घटना के बाद शिक्षा जगत से जुड़े लोगों ने आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
आरोपी आशुतोष श्रीवास्तव उज्जैन जिले के नागदा का रहने वाला है। उसने प्रिंसिपल को आग लगाने के बाद घायल अवस्था में ही तिंछाफाल भाग गया था। वहां उसने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन नहं कर सका। हालांकि वहां मौजूद चौकीदार ने उसकी संदिग्ध हरकतों को देख लिया और डायल 100 को फोन पर सूचना दे दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे पकड़ लिया और थान ले आई।
जमानत पर था आरोपी छात्र
सूत्रों के मुताबिक आशुतोष श्रीवास्तव इसी विवाद को लेकर चार माह पहले ङी एक प्रोफेसर पर कथित तौर पर चाकू से हमला करने के आरोप में जेल गया था। वो फिलहाल जमानत पर रिहा हुआ था।
मार्कशीट का था विवाद
आशुतोष ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वो 7th सेमेस्टर में फेल हो गया था। उसके बाद उसने 7th और 8th सेमेस्टर दोनों की परीक्षा एक साथ दी थी। उनका परिणाम जुलाई 2022 में आ गया था, लेकिन बार-बार कालेज जाने के बाद भी मार्कशीट नहीं दी जा रही थी, वो इसी बात को लेकर बहुत गुस्से में था।
क्या कहती हैं कुलपति
इधर, इस घटना के बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति रेणु जैन कहती हैं कि पूरे शिक्षा जगत के लिए यह शर्मनाक घटना है। यदि छात्र को कड़ी सजा नहीं मिली तो अन्य छात्रों के हौंसले बुलंद होंगे। हम ऐसी घटना का विरोध करते हैं। घटना सुनकर बहुत दुख हो रहा है कि कोई छात्र अपनी प्रिंसिपल के साथ ऐसा भी कर सकता है।