ठगों ने गोल्ड लोन लेकर पैसे देने की बात कही तो महिला को ठगी को अहसास हुआ। तब स्टेट साइबर सेल में शिकायत की। पुलिस ने बताया, महिला अखबार नहीं पढ़ती, उन्हें डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ भी न होने की जानकारी नहीं थी। जिन खातों में रुपए ट्रांसफर हुए, उन्हें फ्रीज कराने का आवेदन दिया। राशि कई खातों में ट्रांसफर हुई है। महिला ने बताया, जेठ पूर्व सीएम के करीबी हैं। उनका शेयर कारोबार मल्टीनेशनल है। जिस बैंक में एफडी थी, वहीं से डेटा लीक होने की आशंका है।
वसूली की पूरी कहानी…
कॉल पर डर: 9 नवंबर को महिला कारोबारी को वाट्सऐप कॉल आया। कॉलर ने सीबीआइ, ईडी अफसर बता कहा-मनी लॉड्रिंग में नरेश गोयल को पकड़ा है। आपका नाम भी है। रुपए की मांग: ठगों ने महिला से कहा-आपके बैंक खाते की जांच होगी। 1 करोड़ की एफडी तोड़ जमा करो। जांच के बाद रुपए लौटा देंगे। ऐंठे 1.60 करोड़: महिला को 11 नवंबर तक डिजिटल अरेस्ट रखा। महिला ने 1 करोड़ की एफडी तुड़वाई। बैंक मैनेजर ने बुलाया तो नहीं मिली। ठगों को 1.60 करोड़ भेज दिए। ठगों ने गोल्ड लोन लेने को कहा, तब ठगी का अहसास हुआ। स्टेट साइबर सेल में शिकायत की।
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