ये भी पढें – कैबिनेट की बैठक, मक्का की रोटी, अमाड़ी की भाजी का स्वाद चखेगा मंत्रिमंडल छिंदवाड़ा में सांसद बंटी विवेक साहू को तगड़ा झटका लगा है। क्योंकि पूरी ताकत लगाने के बावजूद उनके धुर विरोधी शेषराम यादव को जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। शेषराम अभी कार्यकारी जिला अध्यक्ष भी थे। बता दें बंटी ने टीकाराम चंद्रवंशी का नाम आगे बढ़ाया था, लेकिन इस नाम को लेकर छिंदवाड़ा के पुराने भाजपा नेता लामबंद हो गए हैं। भाजपा नेताओं का आरोप था कि चंद्रवंशी पर गबन, 420 के प्रकरण दर्ज हैं।
ये भी पढें – सीएम मोहन की 4 घोषणाएं, प्रदेश को 180 करोड़ के ब्रिज, 3 हजार करोड़ के एलिवेटेड कॉरिडोर की सौगात वह हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत पर बाहर हैं। ऐसे में संगठन ने विवाद से बचने के लिए चंद्रवंशी का नाम ड्रॉप कर दिया। नरसिंहपुर में अध्यक्ष के नाम की घोषणा में देरी की वजह मंत्री प्रहलाद पटेल और मंत्री राव उदय प्रताप के बीच अपने गुट का अध्यक्ष बनाने की आंतरिक खींचतान रही। लेकिन बाद में प्रहलाद पटेल की पसंद चली है।
मंत्री विजयवर्गीय-सिलावट में तकरार
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की कई कोशिशों के बावजूद इंदौर के जिला अध्यक्षों का(BJP District President) विवाद लगातार जारी है। इंदौर ग्रामीण में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय(Minister Kailash Vijayvargiya) चिंटू वर्मा के नाम पर अड़े हुए हैं। तो सिंधिया गुट के मंत्री तुलसी सिलावट(Tulsi Silavat) अंतर दयाल के नाम की पैरवी कर रहे हैं। इसी के अलावा दूसरा पेंच ये भी है कि कैलाश इंदौर ग्रामीण के साथ-साथ शहर में भी अपना आदमी चाहते है। लिहाजा यहां पेच इतना फंस चुका है कि कई प्रयासों के बावजूद अंतिम सहमति नहीं बन पा रही है।