फिलहाल, राजनीतिक तौर पर इस घटना को मध्य प्रदेश के साथ साथ देशभर के लिए बड़ा उलटफेर माना जा रहा है। यहां अचानक सुबह सुबह खबर सामने आई कि कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले लिया। यानी वो चुनावी मैदान से ही हट गए। राजनीतिक जानकारों की मानें तो सिर्फ अब इंदौर में भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी के लिए चुनाव में कोई बड़ी चुनौती नहीं बची है। साथ ही इसका गहरा असर, प्रदेश की अन्य सीटों पर भी पड़ सकता है। इसे कांग्रेस के लिए प्रदेशव्यापी झटका इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ही अक्षय कांति बम का टिकट फाइनल करवाया था।
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अक्षय कांति बम ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर खुद को राजनेता और एजुकेशन फील्ड का पायनियर बताया है। बता दें कि वो इंदौर में तीन शैक्षणिक संस्थान चलाते हैं। उन्होंने इंदौर से ही एमबीए और लॉ की पढ़ाई की है।
विधानसभा चुनाव में एन वक्त पर कट गया था टिकट
याद दिला दे कि अक्षय कांति बम ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने आखिरी समय में राजा मंधवानी को मैदान में उतारा था। अक्षय के समर्थकों ने कांग्रेस के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
क्या कहता है अक्षय कांति बम ता हलफनामा ?
अक्षय कांति बम की तरफ से दाखिल हलफनामे के मुताबिक, वो 14 लाख रुपए की घड़ी पहनते हैं। उनकी कुल संपत्ति 78 करोड़ रुपए है। उनके पास 8 करोड़ रुपए की चल संपत्ति है। इसके अलावा 47 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। 6 करोड़ रुपए की विरासत भी उनके पास है। उनकी पत्नी और बच्चों के नाम पर करीब 22 करोड़ की संपत्ति है।