व्यापारियों के अनुसार गेहूं के दाम बढ़ने की कई वजहें हैं. रूस यूक्रेन युद्ध के कारण तेल व अन्य जिंसों के दाम बढ़ने से गेहूं भी अछूता नहीं रहा. इसी के साथ स्थानीय कारण भी हैं. बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते काफी तादाद में गेहूं एक्सपोर्ट हुआ जिसके चलते स्थानीय बाजार काफी प्रभावित हुआ। यहां आवक महज 6 से 7 हजार क्विंटल तक आ गई थी। छावनी अनाज मंडी के व्यापारी बताते हैं कि मंडी में नया गेहूं आने से अब आवक 12 हजार क्विंटल हो गई है। लेकिन गेहूं के भाव भी 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर हैं।
इधर सोयाबीन तेल 40 से 50 रुपए बढ़कर 1610-1620 रुपए प्रति 10 किलो हो गया है। मूंगफली तेल 30 से 50 रुपए तक बढ़कर 1600-1610 प्रति 10 किलो हो गया है। खेरची बाजार पर भी इसका असर हुआ और दोनों तेलों की कीमतें प्रति किलो 4 से 5 रुपए तक बढ़ गई हैं। करीब ढाई महीने पहले दोनों तेलों की कीमतों में 15 से 20 रुपए प्रति किलो तक का अंतर था।