आज व्हाट्सएप फेसबुक इंस्टाग्राम और ट्विटर जैसे प्लेटफार्म पर इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। Emoji भावनाओं को दिखाने वाले आइकंस होते हैं, जिनके जरिए आप अपने जज्बातों को व्यक्त कर सकते है। यह एक जापानी शब्द है जो e (picture) + moji (letter, character) से मिलकर बना है जिसका अर्थ है ‘पिक्चर शब्द’…
जानें ये इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स – एक सर्वे के अनुसार भारत में सबसे ज्यादा खुशी के आंसू और ब्लोइंग ए किस और स्माइली इमोजी का इस्तेमाल किया जाता है।
– इमोजी ट्रैकर के अनुसार ट्विटर पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला इमोजी है फेस विद टियर्स आफ जॉय है।
– वर्ष 2013 में इमोजी को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में भी जगह मिली।
– वर्ष 2015 में फेस विद टियर्स आफ जॉय को ‘वर्ड ऑफ द ईयर’ चुना गया था।
– फेसबुक पोस्ट में प्रतिदिन 700 मिलियन से अधिक इमोजी का इस्तेमाल किया जाता है।
– हर साल नए इमोजी जोड़े जाते हैं, 2022 में यूनिकोड 15 के साथ 31 नए इमोजी लांच किए गए।
– इसमें हाई-फाई, गधा, बांसुरी, शेकींग फेस, सिंपल पिंक हार्ट और सिख धर्म का प्रतीक खंडा जैसे इमोजी शामिल थे।
– इमोजीपीडिया द्वारा वर्ष 2016 में वल्र्ड इमोजी अवार्ड की शुरुआत की गई।
– इसमें ‘आई रोल फेस’ को बेस्ट न्यू इमोजी का अवार्ड मिला था।
– इस साल 2023 के पुरस्कारों की घोषणा होनी अभी बाकी है।
– पिछले साल 2022 में सर्वाधिक लोकप्रिय नई इमोजी की कैटेगरी में वल्र्ड इमोजी अवार्ड ‘फेस होल्डिंग बैक टियर्स ने जीता था।
– वहीं 2021 में वल्र्ड इमोजी अवार्ड का विजेता बर्निंग हार्ट था।
– World Emoji day 2019 पर मोस्ट पॉपुलर न्यू इमोजी का पुरस्कार स्माइलिंग फेस विद हाट्र्स को मिला, तो वहीं 2020 में यह अवार्ड व्हाइट हार्ट ने जीता।
ऐसे मनाया जाता है World Emoji Day
– इस खास मौके पर emojipedia world Emoji awards की घोषणा करता है।
– यह पुरस्कार साल के न्यू पॉपुलर इमोजी के बीच लोगों के वोटों के आधार पर घोषित किया जाता है।
– इस मौके पर अपने फेवरेट इमोजी को #world emoji day के साथ ट्वीट करने का सुझाव दिया जाता है।
– इमोजी को लेकर सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल है कि ये पीले रंग के ही क्यों होते हैं?
– इस सवाल के जवाब में एक्सपर्ट कहते हैं कि इसके कलर को लेकर अब तक कोई खास रिसर्च नहीं हुई है। लेकिन कुछ एक्सपट्र्स मानते हैं कि इमोजी का रंग व्यक्ति के स्किन टोन से मिलता-जुलता बनाया गया है। हालांकि यह रंगभेद लग सकता है।
– वहीं कुछ एक्सपर्ट कहते हैं कि हंसता और खिलता हुआ चेहरा पीला नजर आता है, इसलिए इमोजी का रंग पीला रखा गया है। वहीं कुछ एक्सपर्ट इस पीले रंग को खुशी का प्रतीक मानते हैं और कहते हैं कि इस रंग में इमोशंस ज्यादा अच्छे से व्यक्त होते हैं।
– अब सवाल है कि सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला इमोजी कौन सा है?
– तो आपको बता दें कि दुनिया में सबसे ज्यादा पसंदीदा इमोजी है खुशी के आंसू हंसता हुआ इमोजी।
– इस इमोजी का इस्तेमाल दुनिया भर के लोग सबसे ज्यादा करते हैं।
– दरअसल अमेरिका की मिशिगन यूनिवर्सिटी और चीन की पिकिंग यूनिवर्सिटी द्वारा 212 देशों के 4.27 करोड़ मैसेजेस के आधार पर की गई रिसर्च में यह बात सामने आई।
– इसके साथ ही हार्ट इमोजी को दूसरा और हार्ट आइज वाले इमोजी को तीसरा स्थान मिला है।
– हर साल 17 जुलाई को World Emoji Day मनाने की शुरुआत इमोजीपीडिया के संस्थापक ‘जेरेमी बर्ज’ ने की थी। जिसके बाद पहला वल्र्ड इमोजी डे 17 जुलाई 2014 को मनाया गया था।
– इसे मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य इमोजी के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ ही इसका सही तरीके से इस्तेमाल और खुशियां बांटना है।
– आपको बता दें कि इमोजीपीडिया एक इमोजी रेफरेंस वेबसाइट है जो, यूनिकोड मानक में प्रत्येक इमोजी के अर्थ और सामान्य उपयोग के बारे सारी जानकारी मिलती है।
– worldemojiday.com के मुताबिक इमोजी डे की तारीख आईफोन पर कैलेंडर इमोजी स्माइली फेस की डेट के आधार पर तय की गई थी। जो 17 जुलाई दिखाता है। – एक सर्वे में यह पाया गया है कि ज्यादातर भारतीय इमोजी के मतलब को लेकर कन्फ्यूजन में रहते हैं।
– लोगों को यह नहीं पता कि कब कौन से इमोजी का इस्तेमाल करना चाहिए।
– ऐसे में लोगों को जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
– कुछ जानकारों के अनुसार इमोजी का इतिहास 400 साल पुराना है, लेकिन आधुनिक इमोजी के जनक जापान के ‘शिगेटका कुरीता’ माने जाते हंै।
– उन्होंने वर्ष 1999 में 176 इमोजी का एक सेट तैयार किया था।
– दरअसल शिगेटका कुरीता जब एक मोबाइल टेलीकॉम कंपनी में काम कर रहे थे, उस समय मोबाइल इंटरनेट से ईमेल भेजने की सीमा केवल 250 करैक्टर ही थी।
– उन्होंने कम शब्दों में अपनी बात को कहने के लिए इसमें इमोजी जोडऩे पर विचार किया और बिंदुओं की मदद से इसका एक सेट तैयार किया।
– यह जापान में खासा लोकप्रिय हो गया
– इसीलिए वर्ष 2007 में आईफोन ने इसे अपने की पैड में शामिल किया।
– इसके बाद इसे दुनिया भर में लोकप्रियता मिली और 2010 में यूनिकोड द्वारा इसके इस्तेमाल को मानकीकृत किया गया।