स्थानीय लोगों की माने तो मलबे में दबे मजदूरों की संख्या ज्यादा भी हो सकती है। यह भी जानकारी मिली है कि चोरल में इस फार्म हाउस में अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसे लेकर जिम्मेदार अधिकारियों पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं।
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दो-तीन दिन पहले ही डाली गई थी छत
फिलहाल, इमारत का मलबा हटाकर नीचे दबे मजदूरों का रेस्क्यू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि हादसे का शिकार होकर मलबे के नीचे दबने वाले मजदूरों का बच पाना काफी मुश्किल है। वहीं पुलिस के सूत्रों की मानें तो मलबे में दबे सभी मजदूरों की मौत हो चुकी है। क्योंकि छत अब भी उनपर पड़ी है। हालांकि, पुलिस की ओर से अबतक किसी बात की पुष्टि नहीं की गई है। बताया जाता है कि किसी ठेकेदार के जरिये ये मजदूर मध्य प्रदेश के बाहर से यहां लाए गए थे, जिन्होंने फॉर्म हाउस पर लोहे के एंगल पर छत डाली थी। छत दो- तीन दिन पहले भरी थी।बड़ी संख्या में लोग मौके पर
मामले की जांच में जुटी सिमरोल पुलिस के जवान प्रशानिक अमले के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। मौके पर बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। इधर, घटना की जानकारी इलाके में आग की तरह फैल गई, जिसके चलते सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए थे। यह भी पढ़ें- Government Job : महाकाल दरबार की सुरक्षा के लिए होमगार्ड जवानों की भर्ती प्रक्रिया शुरू, जारी हुए आदेश