मोनिका के पिता ने बताया, सेना की भर्ती के दौरान आरती दयाल और श्वेता ने मेरी भोली-भाली बेटी को फंसा लिया। मोनिका घर लौटी को कहा वह भोपाल में रहकर आगे पढ़ना चाहती है। दो मैडम मिली हैं, जो मदद करेंगी। पिता ने बताया कि दोनों मैडम ड्राइवर के साथ गांव आईं। उन्होंने गांव के बाहर मोनिका को बुलाया और फिर घर भी आईं।
उन्होंने बताया कि दोनों मैडम ने कहा- हम समाज सेवा करते हैं। हमारे साथ मोनिका को भेज दो जीवन संवार देंगे। पढ़ाएंगे और नौकरी भी लगवा देंगे। मोनिका इनसे इतनी प्रभावित हुई की भोपाल जाकर पढ़ाई करने की जिद करने लगी। हमारे पास पैसा नहीं था तो उन्होंने कहा हम पढ़ाई का खर्च उठाएंगे। एक बार भोपाल गया तो वहां वह मैडम के घर में रह रही थी। लगा बेटी ठीक है। राखी पर मोनिका घर आई तो 3-4 हजार रुपए दिए। मैनें पूछा कि पैसे कहां से आए तो बोली- मैडम समान खरीदने के लिए देती हैं उसमें से बच जाता है। अब पता चला कि बेटी पुलिस केस में फंस गई है।
पलासिया थाने के टीआई शशिकांत चौरासिया के नेतृत्व में पुलिस टीम मोनिका के घर पहुंची। मोनिका के पिता खेती करते हैं। बेटा ब्यावरा में रहकर पढ़ाई करता है। पुलिस के अनुसार, मोनिका होनहार है। हाई स्कूल में अव्वल रही। गणित, अंग्रेजी सहित चार विषयों में उसे विशेष योग्यता ( डिस्टिंक्शन ) मिला था। मोनिका ने बताया कि उसे आगे पढ़ाना है और वह मई में भोपाल में सेना में भर्ती होने आई थी।
होटल में बना था वीडियो
हनीट्रैप में शामिल लड़कियों के नाम इंजीनियर हरभजन सिंह दो होटलों में कमरा बुक करवाता था। जिसमें विजय नगर स्थित होटल श्री और इन्फिनिटी शामिल है। हरभजन सिंह ने 18 अगस्त को होटल श्री में कमरा नंबर 104 बुक करवाया था। कहा जा रहा है कि इन्हीं मुलाकातों में हरभजन के अश्लील वीडियो बने हैं। बताया जा रहा है कि आरती ने मोनिका का वीडियो बनाया था। उसके बाद से इंजीनियर हरभजन सिंह को ब्लैकमेल किया जा रहा था।
हनी ट्रैप मामले में पुलिस ने आरोपी मोनिका के पिता की शिकायत पर अन्य आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज किया है। मोविका को गिरोह में शामिल करने के लिए आरती ने अपने एक परिचित अभिषेक का प्रयोग किया था। अभिषेक आरती को भाभी कहता था। अभिषेक और आरती की दोस्ती एक मिस्ड कॉल के जरिए हुई थी।