पढ़ें ये खास खबर- MP बोर्ड का आदेश : 9वीं से 12वीं कक्षा तक 21 सितंबर से खुल जाएंगे स्कूल, पर माननी होंगी ये शर्तें
सख्ती से किया जा रहा नियम का पालन
एक तरफ शहर में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। वहीं, आर्थिक संकट की मार के चलते प्रशासन लॉकडाउन लगाने के मूड में नहीं है। ऐसे में अब व्यापारियों मे लॉकडाउन के बजाए दुकानों को समय से पहले शटडाउन कर रहे हैं। 56 दुकान पर घड़ी में 6 बजते ही दुकान संचालकों ने ग्राहकों को वापस वापस लौटाना शुरू कर दिया। शाम 6 बजे शटडाउन करने के नियम का पालन उन्होंने सख्ती से किया। इसी तरह सराफा में भी शाम को 6 बजे ही दुकानें बंद होने लगीं।
रविवार को ऐच्छिक लॉकडाउन पर भी चर्चा
सीतलामाता बाजार में ही रविवार को ऐच्छिक लॉकडाउन करने को लेकर एसोसिएशन द्वारा चर्चा की जा रही है। उस पर भी शनिवार को व्यापारियों में संदेह दिखा। जिन 15 प्रतिशत व्यापारियों ने शाम 7 बजे वाले ऐच्छिक शटडाउन का पालन किया, वो रविवार को भी दुकानें बंद रखने के पक्ष में रहे। बाकी के 85 प्रतिशत व्यापारियों में रविवार के लॉकडाउन को लेकर मतभेद देखने को मिला।
पढ़ें ये खास खबर- CYBER ALERT : इस राज्य में तेजी से सक्रीय हो रहा है बैंकिंग फ्रॉड गिरोह, हर खाते पर है इसकी नजर
रात 8 बजे तक ही खुलेंगे मेडिकल स्टोर
कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में सहभागिता देते हुए केमिस्ट एसोसिएशन ने भी ये तय किया है कि, अब दवा दुकानें सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक ही खुलेंगी। अस्पतालों में संचालित दुकाने इस व्यवस्था से अलग रहेगी। उधर, दवा बाजार में 15 से ज्यादा दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दीं। दवा बाजार सुबह 10 से शाम 6 बजे तक चालू रहेगा। यहां फिर से जोनल व्यवस्था शुरु होगी। ड्रग लाइसेंस के अनुसार ही उन्हें दवा बाजार में आने दिया जाएगा। ये सभी नियम सोमवार से लागू होंगे।
पढ़ें ये खास खबर- पीएम मोदी से बातचीत में नरेंद्र नामदेव ने की तीन तलाक और आर्टिकल-370 की तारीफ, पीएम ने दिया ये जवाब
ट्रांसपोर्टर्स भी शाम 6 बजे के बाद नहीं लेंगे माल बुकिंग
कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन भी आगे आई है। एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि वो भी शाम 6 बजे के बाद माल की बुकिंग नहीं लेंगे। वहीं, माल की लोडिंग भी शाम 5 बजे तक ही की जाएगी। इस संबंध में एसोसिएशन ऑफ पार्सल ट्रांसपोर्ट एंड फ्लीट ऑनर्स ने सार्वजनिक सूचना जारी की है। एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश तिवारी का कहना है कि, संक्रमण से रोकथाम के लिए ये फैसला लिया जाना जरूरी।