जानकारी के अनुसार 18 दिसंबर को मुम्बई मेे क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक होना है। इस बैठक में पश्चिम रेलवे जोन के जीएम मांगलिया रेल्वे स्टेशन के गांव की तरफ शिफ्टिंग करने के प्रति रेल अधिकारी उदासीन हैं। जबकि शिफ्टिंग की सारी कार्यवाही रेल्वे प्रशासन ने पूरी कर ली है। मांगलिया रेलवे स्टेशन को गांव की तरफ शिफ्टिंग करने से मालभाड़े से रेलवे की आय में वृद्धि होगी, क्योंकि लक्ष्मीबाईनगर रलवे स्टेशन पर गुड्स का काम सीमित किया जा चुका है। साथ ही स्टेशन बनने से मांगलिया गांव के आसपास कालोनियों के तेजी से बढऩे से रेल यात्रियों की संख्या में भी इजाफा होगा।मांगलिया-बुधनी नई रेल लाइन का काम जल्द शुरू होना है, ऐसे में स्टेशन विकसित करना जरूरी है।
धीमी गति से चल रहा काम वर्मा ने बताया कि महू-सनावद अमान परिवर्तन में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। लोकसभा पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के अथक प्रयासों से इस खण्ड के लिये पर्याप्त धनराशि रेल मंत्रालय को मिलने के बाद भी उक्त मार्ग का काम धीमी गति से किया जा रहा है। यहां बनने वाली टनल का डिजाइन तक तैयार नहीं किया गया है। लापरवाही बरतने वाले दोषी रेल अधिकारियों पर कार्यवाही की जाना चाहिए, क्योंकि महू सनावद मार्ग के धीमी गति के कारण इन्दौर-अकोला परियोजना खटाई में पड़ गई है। इस मार्ग का टनल एंव डिजाइन अतिशीघ्र निर्मित कर निर्माण कार्य शुरू किया जाना चाहिए।