शहर में करीब 5 टोला प्लाजा से बाहरी वाहनों की आवाजाही होती है। शहर की सीमा पर 3 टोल नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के हैं, वहीं दो टोल एमपीआरडीसी संचालित करता है। जानकारी के अनुसार, हर दिन सभी 5 टोल से 2 लाख वाहनों की आवाजाही होती है। इनमें दो पहिया वाहन अलग हैं। इनमें वे वाहन भी शामिल हैं जो शहर में रुकते नहीं और अन्य शहर के लिए निकल जाते हैं। त्योहारी सीजन में टोल से गुजरने वाले वाहनों की संख्या बढ़ जाती है, जो करीब पौने तीन लाख प्रतिदिन होती है। इसमें 50 हजार वाहन चार पहिया हैं, वहीं बाकी दो पहिया वाहन होते हैं। ऐसे में टोल कंपनियों की 25 प्रतिशत अतिरिक्त कमाई दीपावली तक हर दिन होगी।
त्योहारों पर डेढ़ लाख अतिरिक्त वाहनों का दबाव
परिवहन विभाग के मुताबिक, शहरी क्षेत्र में 20 लाख वाहन प्रतिदिन सड़क पर होते हैं। त्योहार पर डेढ़ लाख अतिरिक्त वाहनों की आवाजाही होती है। इसमें से 75 हजार वाहन टोल से होकर गुजरते हैं। बाकी वाहन खंडवा रोड, देपालपुर रोड जैसे रोड से गुजरते हैं, जहां पर टोल नहीं है। हर दिन एनएचएआइ के टोल प्लाजा से 1 लाख से ज्यादा वाहनों की आवाजाही होती है। त्योहारों पर आंकड़ा बढ़ जाता है। करीब 25 प्रतिशत अतिरिक्त आय टोल के माध्यम से होने का अनुमान है। – सुमेश बांझल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआइ