Must See: MP की मदर इंडियाः भाई ने चलाया हल बहनों को बनना पड़ा बैल
ऐसे पड़ी चाय की आदत
ऑफिस में आने वाली चाय के कप को उठाकर उसने चाय पीकर देखी तो उसका स्वाद बंदरिया टीया को अच्छा लगा फिर क्या था जब भी ऑफिस में चाय आती है वह चाय के लिए तैयार हो जाती है। खासतौर पर अदरक की चाय उसे खासी पसंद है। अगर ऑफिस में चाय आए और उसे नहीं मिले तो वह अपमानित महसूस कर इसारे करने लग जाती है।
मेहमान के आने पर उसे मालुम पड़ जाता कि अब चाय आएगी। कई बार तो वह कैटीन से ही साथ हो जाती है। कैटीन संचालक को भी मालूम है कि टीया को अदरक वाली चाय पसंद है। जैसे वह आकर बैठती है, उसे चाय दे दी जाती है।
Must See: फिल्म और धारावाहिक निर्माताओं को पसंद आया प्रदेश का ये गांव
पांच माह पहने देपालपुर से गांव में करंट लगने से बंदरिया की मां की मौत हो गई थी। लेकिन उसकी दो दिन का बच्चा बच गया। गांव वालों ने उसे वन विभाग को सौप दिया उन्होने उसे चिड़ियाघर के दे दिया। चिड़ियाघर के डॉक्टर और उनकी टीम ने बच्चे को बचाया और उसका नाम टीया रख दिया। टीपा ऑफिस के पास के कमरे में ही रहती है। जिसमें उसके लिए एक झूला भी लगा है।
Must See: प्रदेश में यहां बनेगा पानी में अपने आप घुलने वाला दूध पाउडर
चिड़ियाघर की प्यारी सदस्य बनी
चिड़ियाघर प्रभारी डॉ उत्तम यादव ने बताया कि जब टीया आई तब वह दो दिन की थी। उसका इलाजा करवाया गया। वो अब चिडियाघर के परिवार का हिस्सा है । सबसे प्यारी सदस्य है प्रबंधन और स्टाफ की तरफ से टीया का विशेष ध्यान रखा जाता है । वो अन्य बंदरों की तरह पिंजरे नहीं रहती। ये बात बिलकुल सही कि उसे अदरक वाली चाय बेहद पसंद है