पत्थरों से बने मंदिर के अंदर गणपतिजी भगवान शिव के साथ विराजमान – मल्हारगंज थाने के सामने गणेशजी का यह मंदिर बना है जिसे भक्त छोटा गणपति मंदिर के नाम से जानते हैं। इस मंदिर का इतिहास 200 साल से भी ज्यादा पुराना है। मंदिर पुरातन शैली में बना हुआ है। पत्थरों से बने मंदिर के अंदर गणपतिजी भगवान शिव के साथ विराजमान हैं। मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी बताते हैं कि यह मंदिर पहले पारिवारिक संपत्ति थी, जिसे बाद में न्यास में बदल दिया।
इनमें अलग-अलग रंग के कांच लगाए गए हैं जो यहां आनेवाले भक्तों को आकर्षित करते हैं- मंदिर के सामने तात्या की बावड़ी बनी है। इस ऐतिहासिक मंदिर की सबसे बडी खासियत मंदिर के अंदर जाने पर ही नजर आती है। मंदिर के अंदर कांच से बेहद आकर्षक और खूबसूरत नक्काशी की गई है। इनमें दरअसल अलग-अलग रंग के कांच लगाए गए हैं जो यहां आनेवाले भक्तों को आकर्षित करते हैं।
हालांकि अब इस मंदिर के अस्तित्व पर संकट आ चुका है. इंदौर में चल रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बड़ा गणपति मंदिर से लेकर खजूरी बाजार तक सड़क चौड़ी करने का काम चल रहा है जिसके अंतर्गत नगर निगम मंदिर को 5 फीट तोड़ना चाहता है। भक्त और हेरम्ब न्यास (मंदिर) ट्रस्ट के पदाधिकारी इस मंदिर को बचाने की कवायद कर रहे हैं।