जेल तक पहुंची बाघ की दहशत
इंदौर। बाघ की दहशत ग्रामीण इलाकों तक ही सीमित नहीं है। अब महू उपजेल तक पहुंच गई है। जेल के आसपास बाघ के दिखाई देने के बाद वहां पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। रात में शिकार की संभावना को देखते हुए रोशनी का विशेष इंतजाम किए गए हैं। वहीं स्टाफ को भी सर्तक रहने के लिए कहा गया है। आसपास के लोगों ने महू जेल परिसर के पीछे में बाघ को घूमते हुए देखा गया है। इसके बाद जेल प्रहरियों के साथ स्टाफ ने ही आसपास तलाशी अभियान चलाया, लेकिन वहां पर बाघ तो नहीं मिला। इसी बीच मलेंडी में बाघ के शिकार किए जाने की जानकारी मिली। इसी के देखते हुए सभी को सतर्क कर दिया गया है। जेल के आगे और पीछे स्टाफ क्वार्टर हैं। पिछले हिस्से में बाउंड्री वाल नहीं है। इसी के चलते वहां खतरा और बढ़ गया है। इसलिए वहां पर रहने वाले प्रहरियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। बच्चों को संभालकर घर में ही रखने के लिए बोला गया है। वहीं यहां पर कुछ इलाके में अंधेरा रहता है। इस समस्या से निपटने के लिए वहां पर रोशनी का व्यवस्था की गई है। जेलर मनोज चौरसिया ने बताया कि इस मामले से मुख्यालय को अवगत करा दिया गया है। बाघ की मूवमेंट मलेंडी और पास के गांवों में हो रही है। यह इलाके जेल के पास ही हैं। बाघ के जेल तक पहुंचने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। वन विभाग के साथ मिलकर व्यापक सुरक्षा इतंजाम एवं किए जा रहे हैं ताकि कोई अनहोनी नहीं हो।