पिगडम्बर गांव के रहने वाले मुकेश ठाकुर ने कलेक्टर मनीष सिंह, एसडीएम प्रतुल्ल सिन्हा, जिला शिक्षा अधिकारी और किशनगंज थाने पर एक गंभीर शिकायत की। कहना है कि उनका बेटा मनजीत ठाकुर वहीं के एक निजी स्कूल स्माल वंडर में चौथी कक्षा में पढ़ता है। बेटे का 15 मार्च को अंग्रेजी का पहला पेपर था। आर्थिक संकट की वजह से तीन हजार रुपए फीस भरने में लेट हो गया। इसका दंड मेरे बेटे को भुगतना पड़ा। उसे खड़े-खड़े पेपर दिलवाया गया।
ये बात उसने घर आकर बताई तो हम स्कूल गए। प्राचार्य ने बच्चे को हमारे सामने डराने का प्रयास किया। कहने लगी कि हमने तो बाद में बैठने को बोल दिया था, लेकिन बच्चे ने सच्चाई उजागर कर दी। सामने बोल दिया कि मैंने तो खड़े-खड़े परीक्षा में कॉपी लिखी है। हद तो तब हो गई जब सोमवार को मेरा बच्चा स्कूल पहुंचने में 5 मिनट लेट हो गया तो प्राचार्य अर्चना चौहान व उनके भाई अंकित बुंदेला ने उसकी पिटाई की।
मारपीट करने की वजह से जब बच्चा घर आया तो उसको सिर दर्द हो रहा था। वह इतना घबराया हुआ था कि हमारे काफी पूछने के बाद वह बोला कि आज प्राचार्य व अंकित सर ने उसकी पिटाई की। ठाकुर ने कलेक्टर सिंह से गुहार लगाई है कि स्माल वंडर स्कूल व उसके प्राचार्य के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, जिससे कि भविष्य में किसी बच्चे के साथ मारपीट ना हो।