
अफसरों की "कामचोरी" पर शिक्षा विभाग का शिकंजा, निरिक्षण के दौरान अब भेजनी होगी सेल्फी
इंदौर. शिक्षा विभाग द्वारा उन अफसरों पर नकेल कसी जा रही है, जो स्कूल निरीक्षण के नाम पर महज खानापूर्ति कर देते हैं। कई दफा निरीक्षण करने स्कूल तक नहीं जाते, तो कई बार अपने अधीनस्थ को निरीक्षण करने भेज देते हैं। शिक्षा विभाग ने नए निर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत अब निरीक्षणकर्ता को मोबाइल से ही निरीक्षण रिपोर्ट अपलोड करना होगी, इसके साथ जिस स्कूल में निरीक्षण करने गए हैं, उस स्कूल के साथ सेल्फी भी लेनी होगी।
जानकारी के अनुसार शाला दर्पण पोर्टल को अपडेट किया गया है। इसमें कई तरह के बदलाव किए गए हैं। अब से निरीक्षण के बाद शाला भ्रमण की जानकारी मोबाइल एप के माध्यम से फीड करना होगी। साथ ही निरीक्षणकर्ता को अपने प्रत्येक निरीक्षण में जहां शाला का नाम लिखा होगा, उसके आगे स्वयं की सेल्फी लेकर मोबाइल एप के माध्यम से अपलोड करनी होगी।
अगस्त से निरीक्षण प्रपत्र की जानकारी सिर्फ मोबाइल एप से ही फीड करनी होगी। शाला दर्पण पोर्टल से अगस्त से निरीक्षण प्रपत्र का पार्ट फीड करने की सुविधा बंद हो जाएगी। शाला भ्रमण के दौरान निरीक्षणकर्ता भ्रमण की जानकारी मोबाइल एप से मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नही होने पर भी जानकारी ऑफलाइन फीड कर सकते हैं। मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध होने पर एप में फीड की गई जानकारी सर्वर पर अपलोड की जाएगी।
ऑनलाइन भेजना होगी
निरीक्षण अधिकारी को शाला पोर्टल पर निर्धारित प्रपत्र में ऑनलाइन जानकारी देनी होगी। ऑनलाइन भरने पर ही निरीक्षण की काउंटिंग होगी। प्रत्येक अधिकारी अपने जिले ब्लॉक का निरीक्षण करेंगे। एक स्कूल का तीन बार अवलोकन होगा।
Published on:
31 Jul 2019 09:15 am
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