गनीमत है कि घटना में किसी बच्चे को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन ऐसी घटनाओं में भीड़ तंत्र द्वारा कानून हाथ में लेने की बढ़ती प्रवृति को देखते हुए पुलिस को दोषियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए नजीर पेश करना चाहिए। बस में तकनीकी गड़बड़ आने से यदि यह घटना हुई तो आरटीओ को जांच कर स्कूल प्रबंधन की लापरवाही भी उजागर करते हुए उन पर भी कार्रवाई की जाना चाहिए।
बस में करीब 40 स्कूली बच्चे सवार थे। पथराव में अनुराग (12) पिता राजकुमार, मयंक (13) पिता बलराम, सुजन (12) पिता राहुल, आयुष (14) पिता शेखर, राघव (10) पिता धर्मेंद्र, निहारिका (6) पिता विवेक, नवीन (11) पिता शेखर, निधि (6) पिता जीतू व आयुष (14) को चोट आई। पुलिस इन्हें लेकर एमवाय अस्पताल पहुंची।