शिक्षक का सम्मान दिखाता,
पांच सिंतबर सबको भाता,
जीवन को नव दिशा दिखाता।
2) आपसे ही सीखा, आपसे ही जाना,
आप ही को हमने गुरु माना,
सीखा है सब कुछ आपसे ही हमने,
कलम का मतलब आपसे ही जाना।
किया भविष्य के लिए तैय्यार मुझे,
जो किया आपने उस उपकार के लिए,
नहीं शब्द मेरे पास आभार के लिए,
सभी गुरु जनों को शत-शत नमन। 4) गुरु तेरी महीमा का,
वर्णन करूं में कैसे?
वर्णन तेरा लिखूं तो,
कागज छोटा पड़ जाए।
और दी सही गलत की पहचान,
देश के निर्माताओं को,
हम करें शत-शत प्रणाम 6) अक्षर-अक्षर हमें सिखातें हैं,
जीवन क्या है, समझाते हैं
वही तो हमारे सच्चे गुरु कहलाते हैं,
इस शिक्षक दिवस पर सभी गुरु को कोटी कोटी अभिनंदन
संघर्षों से कभी न डरना,
मुसिबतों के करना डट कर सामना,
और सदा न्याय पथ पर है चलना,
ये आप ही तो हमें सिखाते हो,
इसलिए शिक्षक कहलाते हो।