इंदौर

मौत का घूंटः जहरीली शराब से प्रदेश में अब तक 14 की मौत

इंदौर, खरगोन और खंडवा में भी शराब के सेवन के बाद गई जान, मंदसौर मामले की जांच के लिए सरकार ने बनाई एसआइटी

इंदौरJul 28, 2021 / 09:26 am

Hitendra Sharma

इंदौर. मध्य प्रदेश में शराब की अवैध बिक्री जान पर भारी पड़ रही है। मंदसौर के बाद अब इंदौर, खंडवा, खरगोन में भी शराब के सेवन से हालत बिगड़ने के बाद मौत के मामले सामने आए हैं। 14 मौतों में से कुछ में जहरीली शराब की पुष्टि हुई तो कुछ मामले संदिग्ध हैं। मंदसौर जिले में मंगलबार को एक की और मौत हो गई। अब तक छह मौतें हो चुकी हैं। सनावद के दो युवकों की मौत भी शराब पीने के बाद संदिग्ध हालात में हुई है। खंडवा, इंदौर में भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं।

पार्टी के बाद दो युवकों की मौत
इंदौर के एरोइम थाना क्षेत्र स्थित बार में 23 जुलाई को सात दोस्तों ने पार्टी मनाई। शराब भी पी। अगले दिन सागर पाटिल ने दम तोड़ दिया। 25 को शिशिर उर्फ छोटू की भी मौत हो गई। खुलासा मंगलवार को हुआ। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में संदिग्ध जहर आया है। हालांकि पुलिस ने जहरीली शराब की बात से इनकार किया है। शराब की बोतलें जांच को भेजी हैं।

 

मंदसौर जिले के पिपलियामंडी थाना क्षेत्र में 23-24 जुलाई की रात तीन लोगों की मौत हुई। उदयपुर रेफर किए गए ब्रजेश गुर्जर व गोपाल नायक के बाद मंगलवार को अनिल कैथवास ने दम तोड़ दिया। हालांकि कलेक्टर मनोज पुष्प ने 4 मौत की बात कही है। पहले 3 मौत हुई थीं। एक मौत उदयपुर में हुई। दो संदेहास्पद हैं। उन्होंने कहा, जो ढाबे-होटल अवैध रूप से बनाए गए हैं, उन्हें नष्ट किया जा रहा है। उधर, सरकार ने शराब कांड की जांच के लिए एसआइटी गठित की गई है। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा इसके अध्यक्ष रहेगे। इससे पहले मुरैना में जहरीली शराब से लोगों की मौत पर राजौरा की अध्यक्षता में एसआइटी बनी थी। जांच रिपोर्ट के बाद भी आबकारी विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया।

जिला आभकारी अधिकारी को हटाया
सरकार ने मंदसौर जिला आबकारी अधिकारी सीपी सांवले को हटा दियां है। प्रभार नीमच के आबकारी अधिकारी को सौंपा है। मामले में अब तक आबकारी उपनिरीक्षक, पिपलियामंडी थाना प्रभारी और एक उपनिरीक्षक को निलंबित किया जा चुका है। पुलिस ने फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए राजस्थान में छापेमारी भी की।

 

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खंडवा में एक और युवक ने तोड़ा दम
खंडवा में यहां अलग-अलग पार्टियों में शामिल हुए चार युवाओं की मौत सामने आई है। शनिवार रात पार्टी करने वाले माता चौक क्षेत्र निवासी वीरेंद्र सिंह रावत, जय उर्फ गोलू पाल की तबीयत शराब पीने के बाद बिगड़ी और दम तोड़ दिया। सोमवार को एलआइजी कॉलोनी के मनमीत सिंह सन्‍नी की निजी अस्पताल में मौत हुई। सामने आया था कि सन्नी ने एक दोस्त की जन्मदिन की पार्टी में शराब पी थी। इसके बाद उसकी स्थिति बिगड़ी थी। मौत सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। एलआइजी कॉलोनी के गुरजीतसिंह उर्फ हनी बग्गा की भी निजी अस्प्ताल में मौत हो गई। सन्‍नी और हनी रविवार को हुई पार्टी में साथ थे। हालांकि हनी के परिजन ने जहरीली शराब से मौत होने की बात से इनकार करते हुए पुलिस से हार्ट अटैक से मौत होने की बात कही और पीएम कराने से इनकार कर दिया।

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रास्ते में खरीदकर पी, दो की गई जान
खरगोन के सनावद के ढकलगांव से मंगलवार सुबह धार्मिक यात्रा के लिए निकले कुछ युवा शराब खरीदकर ले गए। रास्ते में पीने के बाद पांच की तबीयत खराब हो गई। इनमें से नरेंद्र मुकाती और रूपेश राडवा की मौत हो गई। तीन उदयपुर में भर्ती हैं। आशंका है कि ढाबे से खरीदी गई शराब जहरीली थी। उधर, शाम को एक ऑडियो वायरल हुआ। घटना के बाद को ने शराब ठेकेदार को फोन किया ठेकेदार का कहना था कि हल्का माल आ गया। आप लोग बोतलें फेंक दो।

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