8 बार से इंदौर का प्रतिनिधित्व कर रहीं महाजन के स्थान पर कैलाश विजयवर्गीय, महापौर मालिनी गौड़ या किसी अन्य उम्मीदवार को उतारने की मांग भाजपा नेता सत्यनारायण सत्तन ने की थी, इस पर लॉबिंग भी पार्टी का ही एक धड़ा करने में जुटा था। मालूम हो, महाजन द्वारा इंदौर की चाबी उन्हीं के हाथ होने के बयान के बाद चर्चा का दौर शुरू हुआ था। हालांकि बाद में अपने बयान पर कहा था, यह बात उन्होंने कांग्रेस को वापस चाबी सौंपने के सवाल पर कही थी। इस बीच महाजन दो दिनी दिल्ली दौरे के बाद बुधवार को इंदौर लौटीं। सूत्रों की मानें तो उन्होंने पार्टी आलाकमान से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान इंदौर से चुनाव लडऩे की मंशा जताई। इसके बाद महाजन ने खास कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर तैयारी में जुटने को कहा है। गुरुवार से वह चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगी।