इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉक्टर बीएस सैत्या के अनुसार, ‘स्वाइन फ्लू के तीनों मरीज स्थानीय अस्पतालों में भर्ती हैं। फिलहाल, उन्हें लगातार ऑब्जर्व किया जा रहा है और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। संक्रमितों में एक महिला और दो पुरुष हैं।’
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विभाग ने ली थोड़ी राहत
सीएमएचओ डॉक्टर बीएस सैत्या का कहना है कि, तीनों मामलों के साथ ही जिले में इस साल एच1एन1 संक्रमण मिलने की भी शुरुआत हो गई है। मामले सामने आने के बाद ही स्वास्थ्य विभाग भी तत्काल अलर्ट मोड पर आ गया है और तीनों संक्रमितों के घरों के आसपास सर्वे कर लिया है। संपर्क में आने वालों की जांच भी की जा चुकी है। हालांकि, राहत की बात ये है कि, संक्रमितों के संपर्क में आने वाले किसी भी शख्स में एच1 एन1 की पुष्टि नहीं हुई है।
2019 में हुई थी 165 मरीजों की मौत
साल 2019 में प्रदेश में स्वाइन फ्लू मध्य प्रदेश में हाहाकार मचा चुका है। उस दौरान यहां इसके 720 संक्रमित मिले थे। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इसमें से 165 संक्रमितों की मौत हो गई थी। हालांकि, मार्च 2020 से जैसे जैसे मध्य प्रदेश में कोरोना का प्रकोप बढ़ा, वैसे वैसे स्वाइन फ्लू के मामलों में कमी आ गई थी। जानकारोंकी मानें तो कोरोना के पीक के दौरान देशभर में स्वाइन फ्लू के मामलों में 98 फीसदी तक की कमी आ गई थी।
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