जानकारी के अनुसार ट्रेनों की नियमित सफाई कराने की जिम्मेदारी कंपनी की है, लेकिन कंपनी के खिलाफ कर्मचारी हमेशा आंदोलन करते रहते हैं। एक ट्रेन की पूरी तरह से सफाई में करीब 6 घंटे का समय लगता है और 10 से 12 कर्मचारी जुटते हैं। ट्रेन की सफाई के दौरान सीट से लेकर फ्लोर, छत, शौचालय से लेकर ट्रेन की बाहर से धुलाई तक शामिल है। सफाई के दौरान कर्मचारी केमिकल व मशीनों का भी उपयोग करते हैं। वहीं बाहर से ट्रेन की धुलाई में ट्रीट वाटर का उपयोग किया जाता है। ट्रेन की सफाई के बाद कंपनी को पिट लाइन की साफ सफाई भी करना होती है। यह उसकी जिम्मेदारी है। कई बार कर्मचारी पूरी तरह से सफाई नहीं करते और कोङ्क्षचग डिपो के पास गंदगी नजर आती है।