गणेश उत्सव के दौरान यहां रोज महाआरती होगी. गणेशजी को लड्डूओं का भोग लगाया जाएगा और भजन संध्या आयोजित की जाएगी. इस मौके पर पूर परिसर की विशेष तौर पर सजावट की जा रही है. भगवान गणेशजी के इस मंदिर के गर्भ गृह को प्राकृतिक फूलों से सजाया गया है. इसके साथ ही मंदिर के बाहरी हिस्से में भी आकर्षक सजावट की गई है.
खजराना के मोदक बहुत प्रसिद्ध हैं. इस बार गणेशजी को 51 हजार मोदक का भोग लगाया जा रहा है. इसके लिए 1251 किलो की खाद्य सामग्री से मोदक बनाए गए हैं. 4 क्विंटल मैदा, 2 क्विंटल तिल, 1 क्विंटल मूंगफली दाना से तैयार किए ये मोदक करीब 15 दिनों तक खराब नहीं होंगे. मोदक बनाने में साढ़े 3 क्विंटल शुद्ध देशी घी के साथ 50 किलो ड्राई फ्रूट का इस्तेमाल भी किया गया है.
मंदिर में गणेश उत्सव की भव्य तैयारियां की गई हैं. इस मौके पर गणेशजी का भव्य श्रृंगार भी किया जाएगा. भगवान गणेश व उनकी पत्नी रिद्धि-सिध्दि को करोड़ों रुपए के जेवर पहनाए जाएंगे. बताया जा रहा है कि गणेश व रिद्धि-सिध्दि को इस बार करीब ढाई करोड़ के हीरे मोती तथा सोने के गहने पहनाए जाएंगे. इन गहनों की सुरक्षा के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं.
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गणेश उत्सव के मौके पर खजराना गणेश 2 साल बाद भक्तों को दर्शन देनेवाले हैं. इस कारण गणेशजी का आशीर्वाद लेने के लिए मंदिर में भक्तों की खासी भीड़ उमड़ने का अनुमान है. इसके लिए प्रबंधन ने बड़ी तैयारियां की हैं. मंदिर में भक्तों को प्रवेश के लिए कई नई व्यवस्थाएं की गई हैं. साथ ही कोविड गाइडलाइन के पालन की हिदायत दी गई है. बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
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इस बार श्री गणेश को 51 हजार शुद्ध देसी घी से बने मोदक का भोग लगाया जाएगा. मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित अशोक भट्ट ने बताया कि इसके लिए पिछले तीन दिनों से मंदिर परिसर में ही तैयारी की जा रही है. पिछले साल कोरोना को देखते हुए सिर्फ 5 हजार लड्डुओं का भोग लगाया गया था. लेकिन, इस बार 51 हजार मोदक का भोग भगवान गणेश जी को अर्पित किया जाएगा.