महिलाओं के लिए
शिवानी दीदी ने सकारात्मक ऊर्जा और शांत मन के लिए भेाजन को भी एक कारण बताया। उन्होंने कहा कि अगर घर में कोई बाहर से खाना बनाने आता है तो घर की महिलाएं कम से कम १० मिनट के लिए किचन में जरूर जाएं, क्योंकि खाना बनाने वाले के मन जो कुछ चल रहा है, उसकी ऊर्जा भोजन में भी पड़ती है। यह ऊर्जा तुरंत असर करती है, इसीलिए प्रसाद का महत्व है। प्रसाद हमेशा शांत और आध्यामिक मन से बना हुआ होता है। घर महिलाएं कोशिश करंे कि जो भी भोजन बना रही हैं, उसे प्यार और शांति से बनाएं, तभी वो सही मायने में सात्विक होगा।
इंटरनेट के चलते हमारे पास हर पल सूचनाएं आ रही हैं, जिससे मन दूषित हो रहा है और नकारात्मक ऊर्जा मिल रही है। सभी के फोन में वाट़्सअप, फेसबुक, यू-ट्यूब है। हमें तय करना होगा कि कौन सी सूचनाएं हमारे काम ही हैं और कौन सी नहीं। आज से ही प्रयोग करें, जो काम की सूचनाएं न लगंे, उन्हें बिना पढ़े ही डिलिट कर दें। सबसे पहले हमें कट-कॉपी-पेस्ट करना बंद करना होगा, क्योंकि जिसने यह मैसेज बनाया है, उसकी मनोस्थिति का असर मैसेज में होता है, जिसका असर हम भी पड़ता है। स्वपरिवर्तन से ही विश्व परिवर्तन संभव है।