14 वरिष्ठ नेताओं को संगठन में राजी-नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है जो लगातार अब प्रवास करेंगे। उस दौरान वे पूर्व जिला अध्यक्ष, पूर्व प्रदेश पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य, पूर्व सांसद व विधायक, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व महापौर, पूर्व निगम मंडल व प्राधिकरण बोर्ड अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, पूर्व सहकारी बैंक अध्यक्ष, पूर्व जनपद अध्यक्ष, पिछले दो बार के नगर पालिका व नगर परिषद के अध्यक्ष से संवाद करेंगे। उनकी बातों को लब्बोलुआब रिपोर्ट में भी जाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पिछले दिनों प्रदेश प्रवास पर थे। उन्होंने सत्ता और संगठन को लेकर कई हिदायतें दी है। उन्होंने साफ कर दिया कि अपने ही नेता व कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर किया जाना आवश्यक है। उसका असर वरिष्ठों को जिम्मेदारी के रूप में देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि कई वरिष्ठ नेता पूछपरख नहीं होने की वजह से नए भाजपा कार्यालय के भूमि पूजन में नहीं गए थे।
नरेंद्रसिंह तोमर – इंदौर नगर व ग्रामीण, भोपाल नगर व ग्रामीण और सीहोर।
कृष्णमुरारी मोघे – विदिशा, दमोह, सागर व रायसेन।
कैलाश विजयवर्गीय – जबलपुर नगर व ग्रामीण, रीवा, सतना व धार।
फग्गनसिंह कुलस्ते – झाबुआ, आलीराजपुर और बड़वानी।
राकेश सिंह – नर्मदा पुरम, हरदा, बैतूल, मंडला और डिंडोरी।
गोपाल भार्गव – छिंदवाड़ा, सिवनी व बालाघाट।
लालसिंह आर्य – छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी और कटनी।
माखनसिंह – गुना, अशोक नगर, शिवपुरी और श्योपुर।
जयभानसिंह पवैया – उज्जैन नगर व ग्रामीण, देवास, शाजापुर व आगर।
राजेंद्र शुक्ल – सिधी, सिंगरोली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया।
मायासिंह – राजगढ़, दतिया, नृङ्क्षसहपुर।
सुधीर गुप्ता- ग्वालियर नगर व ग्रामीण, मुरैना व भिंड।
प्रभात झा – खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर।
सत्यनारायण जटिया – रतलाम, मंदसौर और नीमच।